नई दिल्ली। पाकिस्‍तान पर कार्रवाई के लिए भारत ने अपनी कार्य योजना को अंतिम रूप दे दिया है। उसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उड़ी हमले के दो दिन बाद यानी 20 सितंबर को तीनों सेनाओं के चीफ के साथ साउथ ब्लॉक में बने वॉर रूम में करीब ढाई घंटे बैठक की थी। इस दौरान उन्होंने आतंकियों के खिलाफ मिलिट्री एक्शन प्लान पर चर्चा की।

उधर, स्पेशल फोर्स की दो यूनिटों ने उड़ी सेक्टर से सटे पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में 3 आतंकी प्रशिक्षण शिविरों को नष्‍ट कर दिया, जिसमें करीब 20 आतंकी मारे गए। उड़ी आतंकी हमले में 18 जवान शहीद हो गए थे। तब से भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बना हुआ है।

उरी आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान को लेकर देश में गुस्सा उबल रहा है। सरकार पर एक्शन का दवाब बढ़ता जा रहा है, लेकिन सरकार संयम में है और एक्शन की तैयारी जोर शोर से चल रही है। वॉर रूम में पीएम मोदी के साथ एनएसए अजित डोभाल, सेना प्रमुख दलबीर सुहाग, वायुसेना प्रमुख अरुण राहा, नौसेना प्रमुख सुनील लांबा भी थे।

प्रधानमंत्री को वॉर रूम में पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन दिखाया गया। पीएम के उनके सामने रेत से बने मॉडल रखे गए। ये म़ॉडल पाकिस्तान में बने आतंकी शिविरों के थे। वॉर रूम में पीएम को बताया गया कि कैसे पाकिस्तान के आतंकी शिविरों को नष्‍ट किया जा सकता है।

उरी हमले के बाद पाकिस्तान की ओर से रोज आग में घी डालने का काम हो रहा है। यही काम मंगलवार को संयुक्तराष्ट्र में नवाज शरीफ ने किया। संयुक्तराष्ट्र में पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ ने बीती करीब 20 मिनट तक भाषण दिया। जिस उरी हमले को लेकर भारत-पाकिस्तान में युद्ध की नौबत आती दिख रही है, उस पर नवाज शरीफ ने एक शब्द भी नहीं कहा। उन्होंने बुरहान वानी जैसे आतंकी के लिए दुनिया के सामने आंसू बहाए।