ओपिनियन पोस्‍ट।

अभी तक आप यू ट्यूब पर वीडियो बनाकर अपलोड करते थे और वहां व्‍यू की संख्‍या के आधार पर कमाई करने की व्‍यवस्‍था थी। अब एक और विकल्‍प आ गया है, जिसका नाम है ‘फेसबुक वॉच’। अब आप फेसबुक के इस प्‍लेटफार्म पर वीडियो अपलोड करके पैसे कमा सकते हैं।

दर्शक जिस वीडियो को ज़्यादा देखेंगे,  उसे विज्ञापन मिलने लगेंगे। अभी तक कुछ गिने-चुने पब्लिशर को ही ये फायदा मिलता था। शुरुआत में ब्रिटेन,  अमेरिका,  आयरलैंड,  ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड में दिखाए जाने वाले वीडियो में ही ये सुविधा होगी।

वीडियो से होने वाला मुनाफा निर्माता और फेसबुक में बाँटा जाएगा। निर्माता को 55% और फेसबुक को 45% पैसा मिलेगा। फेसबुक बुधवार को सर्विस शुरू होने की तारीख बताने वाला था,  लेकिन जानकारी लीक होने की वजह से घोषणा को टाल दिया गया। इसकी वजह से कुछ यूज़र इसका पेज नहीं देख पा रहे हैं।

ये फेसबुक की ओर से वीडियो कंटेंट्स के लिए नया प्रोडक्ट है। इसे गूगल के यूट्यूब को फेसबुक का जवाब माना जा रहा है। इसे सबसे पहले बार पिछले साल अगस्त में ही अमेरिका में लॉन्च किया गया था। फेसबुक ने कहा कि है कि वॉच की लॉन्चिंग के साथ ही हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पब्लिशर्स और क्रिएटर्स को दो तरीकों से मदद करना चाह रहे हैं।

पहला फेसबुक पर वीडियो से पैसे कमाने में उनकी मदद करना और दूसरा क्रिएटर्स बेहतर तरीके से जान सकते हैं कि उनका कंटेंट कैसा परफॉर्म कर रहा है। फेसबुक ने वीडियो के जरिये पैसे कमाने के लिए कुछ शर्तें रखी हैं। क्वालिफाई करने के लिए क्रिएटर्स को कम से कम तीन मिनट का वीडियो बनाना होगा,  जिसके 10,000  फॉलोअर्स होने चाहिए। दो महीने की समय सीमा के भीतर 30,000 से भी ज्यादा वन-मिनट व्यूज होना चाहिए।

फेसबुक की वॉच सर्विस को गूगल के यूट्यूब का प्रतिद्वंद्वी बताया जा रहा है, लेकिन ये न सिर्फ यूट्यूब का बल्कि पारंपरिक टीवी चैनल्स और ऑनलाइन ऑउटलेट जैसे नेटफ्लिक्स,  अमेज़न वीडियो,  बीबीसी आईप्लेयर और फेसबुक के अपने इंस्टाग्राम टीवी को भी टक्कर देगा।

फेसबुक का दावा है कि उनकी ये सर्विस लोगों को इंटरेक्ट करने में मदद करती है। फेसबुक में वीडियो के वाइस प्रेसिडेंट फुड्जी सिमो कहते हैं, “कंटेंट को लेकर आप दोस्तों, दूसरे फैंस और खुद निर्माताओं से बातचीत कर सकते हैं।”