ओपिनियन पोस्ट ब्यूरो
पांच राज्यों में चुनाव की दस्तक के साथ दलबदल का खेल भी शुरू हो गया है । जिन नेताओ को अपने लिए या उनके किसी परिजन को टिकट मिलने की उम्मीद नहीं दिख रही उनके दलबदल का सिलसिला शुरू हो चुका है । ऐसे ही समय में कांग्रेस को उत्तराखंड में बड़ा झटका लगा है । जिस दिन सूबे में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी चुनाव प्रचार की शुरुआत करने वाले है उसी दिन ऐन मौके पर कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य पार्टी हाथ छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए। यशपाल लगभग 40 साल से कांग्रेस में थे और उत्तर प्रदेश के साथ उत्तराखंड में वो मंत्री रहे हैं।
यशपाल आर्य का बीजेपी में जाना कांग्रेस का कुमाऊं में बड़ा झटका माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि अपने बेटे और खुद के टिकट को लेकर यशपाल आर्य नाराज थे। इससे पहले वो पिछले दिनों आपदा विभाग उनसे छीनने के बाद हरीश रावत की सरकार से खफा चल रहे थे।
बताया जा रहा है कि यशपाल और उनके बेटे के साथ केदार सिंह रावत भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं। यशपाल आर्य को तोड़ने के लिए लगातार श्याम जाजू और विजय बहुगुणा काफी समय से लगे हुए थे। यशपाल आर्य ने कांग्रेस छोड़ने के बाद आज दिल्ली में तमाम बीजेपी नेताओं की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थाम लिया।
भाजपा में शामिल होने के दौरान यशपाल आर्य कैमरे के सामने रो पड़े। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में उनकी उपेक्षा हो रही थी साथ ही कहा कि हरीश रावत वहां वन मौन आर्मी की तरह काम कर रहे थे। यशपाल के बीजेपी में जाने के बाद कुमाऊं में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। यशपाल ने कहा कि नए लोगों के आने के बाद पुराने लोगों को दरकिनार किया जा रहा है।
गौरतलब है कि यशपाल आर्य कांग्रेस में सबसे वरिष्ठ मंत्रियों में से एक हैं और पिछले दिनों आपदा विभाग उनसे छीनने कर बाद से ही वो सरकार से काफी खफा दिखाई दे रहे थे। इसके साथ ही टिकटों को लेकर भी पार्टी और उनके बीच लगातार तनातनी चल रही है।