अाेपिनियन पाेस्ट
जैसी उम्मीद थी वैसा ही हुआ । वेंकैया नायडू देश के 15वें उपराष्ट्रपति चुन लिए गए । अाज उपराष्ट्रपति पद के लिए ससंद परिसर में हुए चुनाव में एनडीए की ओर से वेंकैया नायडू, तो वहीं विपक्ष से पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल और गांधीजी के पौत्र गोपालकृष्ण गांधी के बीच मुकाबला था। कुल पड़े 771 वोटों में वेंकैया नायडू को 516 वोट, तो गोपालकृष्ण गांधी के खाते में 244 वोट गए। संसद में 25 साल के अनुभव अाैर में 45 साल का राजनीतिक अनुभव उनकी भारी जीत में मददगार बना।
वेंकैया नायडू के उपराष्ट्रपति निर्वाचित होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे आवास जाकर शुभकामनाएं दीं। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करके भी वेकैंया नायडू को भारत का उपराष्ट्रपति चुने जाने पर शुभकामनाएं दीं। उन्होंने साथ ही कहा, मुझे भरोसा है कि वेंकैया नायडू राष्ट्र निर्माण के लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध एक मेहनती और समर्पित उपराष्ट्रपति के रूप में राष्ट्र की सेवा करेंगे.वहीं नायडू के आवास पर जश्न का माहौल है, जहां नायडू और उनकी पत्नी उषा ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर इस जीत का जश्न मनाया।
वेकैंया नायडू की इस जीत पर गोपालकृष्ण गांधी ने उन्हें बधाई दी। इसके साथ ही उन्होंने ने उनके पक्ष में वोट डालने का शुक्रिया अदा किया और कहा कि मुझे उम्मीदों से ज्यादा वोट मिले। वहीं वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने एनडीए के खिलाफ वोट डालने वालों को धन्यवाद दिया और कहा कि चाहे जीत मिले या हार, विपक्ष अपनी विचारधारा से कभी समझौता नहीं करेगा।

किसकों कितने वोट मिले
बता दें कि उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में निर्वाचक मंडल के कुल 785 सदस्यों में से 771 ने वोटिंग में हिस्सा लिया। इस तरह शाम 5 बजे तक कुल 98.21% मतदान दर्ज हुआ। वहीं इस चुनाव में जिन 14 सांसदों ने वोट नहीं डाला, उनमें कांग्रेस और बीजेपी के 2-2 तथा टीएमसी के 4 सांसद शामिल हैं। वहीं 11 वोट निरस्त करार दिए गए। बीजेपी से विजय गोयल और सांवर लाल जाट ने उपराष्ट्रपति चुनाव से गैरहाजिर रहे। वहीं टीएमसी के कुणाल घोष, तापस पॉल, प्रतिमा मंडल और अभिषेक बनर्जी शामिल नहीं हुए। कांग्रेस से मौसम नूर, रानी नाराह, एनसीपी से उदयन राजे भोसले, पीएमके से अम्बुमणि रामदास ने वोट नहीं डाले। आईयूएमएल से अब्दुल वहाब और पीके कुन्हालीकुट्टी और निर्दलीय सांसदों में अनु आगा, नाबा कुमार सारानिया हैं, जिन्होंने वोट नहीं दिया। बता दें कि मौजूदा उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है। वह लगातार दो बार इस पद पर रह चुके हैं। इसी दिन इन्हें सांसद विदाई देंगे। वहीं, वेंकैया नायडू 11 अगस्त को कार्यभार संभालेंगे।

पहली बार राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री बीजेपी से
1980 में बनी बीजेपी के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि पार्टी से जुड़ा नेता उपराष्ट्रपति होगा। बीजेपी से जुड़े रामनाथ कोविंद पहले ही राष्ट्रपति पद पर काबिज हो चुके हैं। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं ही।

ऐसे हुआ मतदान
परंपरा के मुताबिक उपराष्ट्रपति का चुनाव सीक्रेट बैलेट के माध्यम से हुआ। इसमें लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य वोट करते हैं। अपनी पसंद को मार्क करने के लिए सांसद एक खास पेन का इस्तेमाल करते हैं। किसी दूसरे पेन से मार्क किए गए वोट को खारिज कर दिया जाता है। बैलेट पेपर में चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार का नाम होता है लेकिन इस पर किसी तरह का चुनाव चिह्न नहीं होता।

किसकाें है  मतदान का अधिकार
राज्यसभा के पदेन सभापति एवं देश के उपराष्ट्रपति के चुनाव में मतदान का अधिकार संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित तथा नामित सदस्यों को होता है। दोनों सदनों में सदस्यों की कुल संख्या 787 है। लोकसभा में अभी 543 और राज्यसभा में 244 सदस्य हैं. लोकसभा में दो सीट रिक्त हैं, जबकि राज्यसभा में एक सीट रिक्त है। लोकसभा के कुल 545 सदस्यों में भाजपा के 281 सांसद हैं, जबकि भाजपा नीत राजग के कुल 338 सदस्य हैं। वहीं, 243 सदस्यीय राज्यसभा में भाजपा के कुल 58 सदस्य हैं जबकि विपक्षी दल कांग्रेस के पास 57 सदस्य हैं।

गोपालकृष्ण गांधी काे भी उम्मीद से ज्यादा मिला सर्मथन 
vice-president-candidateबिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड पर इस चुनाव के दौरान सभी की खास नजर थी। राष्ट्रपति चुनाव के दौरान रामनाथ कोविंद की उम्मीदवारी का समर्थन करने वाले बीजद और जदयू ने उपराष्ट्रपति चुनाव में गांधी का समर्थन करने का फैसला किया था। हालांकि, जदयू ने बिहार में महागठबंधन का दामन छोड़ दिया है और भाजपा के साथ मिलकर नई सरकार बनाई, लेकिन पार्टी ने उपराष्ट्रपति चुनाव में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रह चुके गांधी के पक्ष में मतदान किया।