लखनऊ।

यूपी के चुनावी शोर के बीच सोमवार शाम को अचानक लखनऊ में आतंकवादियों से मुठभेड़ की खबर सुर्खियां बन गई। एटीएस ने लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में 12 घंटे की मुठभेड़ के बाद रात करीब तीन बजे आतंकी सैफुल्ला को मार गिराया, जो आईएस के खुरासान मॉड्यूल से जुड़ा था। तहरीक ए तालिबान के बड़े हिस्से ने मिलकर इस समूह का गठन किया है। खुलासा हुआ है कि इस घटना के तार मध्य प्रदेश में मंगलवार को हुए ट्रेन धमाके से भी जुड़े हैं और इस आतंकी नेटवर्क का संपर्क सीरिया तक है। असली सरगना कानपुर का जीएम खान है, जो एयरफोर्स में भी काम कर चुका है और फिलहाल फरार है। अहम सवाल यह है कि इतने बड़े आतंकी नेटवर्क की साजिश को कैसे नाकाम किया गया।

चार राज्यों-तेलंगाना, केरल, यूपी और एमपी की पुलिस ने मिलकर देश में आईएसआईएस के इस बड़े मॉड्यूल का खुलासा किया। केरल की पुलिस अपने यहां युवाओं के आईएसआईएस में जाने के मामले की जांच कर रही थी। ये तार तेलंगाना से जुड़ा और फिर यूपी और एमपी से। तेलंगाना पुलिस ने यूपी और एमपी पुलिस को वहां सक्रिय आईएसआईएस के खुरसान मॉड्यूल के बारे में जानकारी दी। इसी के आधार पर लखनऊ में छापा मारा गया और मुठभेड़ में सैफुल्ला को एटीएस ने मार गिराया।

भारत में आईएसआईएस के नेटवर्क के खतरनाक मंसूबों को तबाह करने में सबसे बड़ा रोल तेलंगाना पुलिस का रहा है। तेलंगाना पुलिस 2011 से आतंकियों के इस नेटवर्क की गतिविधियों पर नजर रख रही थी और अन्य राज्यों की पुलिस के साथ लगातार सूचना शेयर हो रही थी। 2015 में कोलकाता से तेलंगाना पुलिस ने 6 लड़कों को पकड़ा था जो बांग्लादेश के जरिये सीरिया जाने की फिराक में थे।

यूपी एटीएस ने कॉल इंटरसेप्ट करने के बाद सैफुल्ला को उसके किराये के घर में ही घेर लिया तो कानपुर, इटावा से कुछ संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया। मध्य प्रदेश के पिपरिया में चलती बस से कानपुर निवासी दानिश अख्तर उर्फ जफर, आतिश और अलीगढ़ निवासी सैयद मीर हुसैन को पकड़ा गया। इनके पास ट्रेन के टिकट और ब्लास्ट के वीडियो मिले हैं। यूपी के डीजीपी जावीद अहमद ने बताया कि दानिश मॉड्यूल का सरगना है। 14 से 15 लोगों का मॉड्यूल है।

यूपी एटीएस के आईजी असीम अरुण ने बताया कि आतंकियों के कमरे से आठ पिस्टल, 650 राउंड गोली, पासपोर्ट, गोल्ड, दो हजार के नए नोट सहित नकदी,  बम,  बम बनाने का सामान,  आईएस का काला झंड़ा, सिम आदि मिला है। इतने असलहे संकेत दे रहे हैं कि वे बड़े हमले की तैयारी में थे। इस मॉड्यूल के कुछ साथियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि कई संदिग्धों की तलाश जारी है।

उधर, एनआईए की टीम मंगलवार को हुए ट्रेन विस्फोट की जांच करने और पकड़े गए आतंकियों से पूछताछ के लिए भोपाल पहुंची। मंगलवार को मप्र की भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन में हुए धमाके के बाद खुफिया इनपुट पर यूपी एटीएस सैफुल्ला नाम के इस आतंकी तक पहुंच गई थी। बताया जा रहा है कि ट्रेन में किए गए पाइप बम के धमाके में भी यह शामिल था।