नई दिल्ली। दालों की कीमतों में लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार दालों के का बफर स्टॉक बनाएगी। ताकि भविष्य में होने वाली मूल्य वृद्धि को रोका जा सके।  केन्द्र सरकार नवंबर के पहले सप्ताह से नाफेड और एसएफएसी जैसी एजेंसियों के जरिये बफर स्टॉक के लिए 40,000 टन दलहनों की खरीद शुरु करेगी। बाजार में तुअर दाल 200 रुपये किलो के ऊपर तक पहुंच गयी है। सरकार का कहना है कि जरूरी हुआ तो बफर स्टॉक के लिए दाल का आयात भी किया जा सकता है। कीमतों में लगाम लगाने के लिए देशभर में छापे मारे जा रहे हैं।

दाल की कमी को देखते हुए इस समय कम से कम 5,000 टन आयातित दलहन देश में आ चुका है और उसे राज्यों को वितरित किया जा रहा है। आयात किया जा रहा 3,000 टन दाल रास्ते में है। वहीं उत्तर प्रदेश सरकार निगमों के जरिए दालों की बिक्री कर रही है।

राष्ट्रीय राजधानी में आयातित तुअर दाल को केन्द्रीय भंडार और सफल के करीब 500 बिक्री केन्द्रों पर 120 रुपये प्रति किलो की सब्सिडी प्राप्त दर पर बेचा जा रहा है।

कृषि सचिव सिराज हुसैन ने बताया कि सरकार ने किसानों से खरीद के जरिये दलहनों का बफर स्टॉक निर्मित करने का फैसला किया है तथा जरुरत होने पर आयात करने का फैसला किया है। प्रमुख उत्पादक जिलों में तुअर, चना और उड़द सहित विभिन्न दलहनों की सीधा किसानों से खरीद की जायेगी।