नई दिल्ली। रेल यात्रियों को वैकल्पिक बीमा कवर सुविधा मिलने वाली है। रेलवे जल्द ही इस स्कीम की शुरुआत करेगा। इसके तहत यात्रियों को हर टिकट पर 20 रुपये का प्रीमियम चुकाना होगा। इंश्योुरेस कवर 10 लाख रुपये तक का दिया जाएगा। इसी साल रेल बजट में इस स्कीम की घोषणा की गई थी।
पैसेंजर्स फ्रैंडली कही जा रही इस स्कीम के तहत अलग-अलग स्थिति में मिलने वाला बीमा कवर कैजुअलिटी के हिसाब से तय होगा। रेल हादसे में यात्री की मौत होने या स्थायी दिव्यांगता होने पर 10 लाख रुपये का इंश्योरेंस कवर मिलेगा। शरीर के किसी एक हिस्से से दिव्यांग होने पर 7.5 लाख, गंभीर चोट के कारण अस्पतताल में भर्ती होने पर 5 लाख रुपये तक का बीमा कवर मिलेगा। रेल हादसे में किसी शख्स की मौत पर उसकी बॉडी ले जाने के ट्रांसपोर्टेशन के खर्च के लिए भी 10 हजार रुपये प्रति पैसेंजर्स के हिसाब से इंश्योरेंस कवर दिया जाएगा।
आईआरटीसी ने इस स्कीम के लिए 17 बीमा कंपनियों को शॉर्ट लिस्टा किया है। शुक्रवार तक इनमें से तीन कंपनियों को ट्रेन में पैसेंजर्स को बीमा मुहैया कराने के लिए चुना जाएगा। बीमा कवर देने वाली कंपनी का नाम फाइनल होने के बाद स्कीम को लागू किए जाने की डेट फाइनल कर ली जाएगी। यह इंश्योरेस कवर यात्रियों के शुरुआती स्टेशन से उसके डेस्टिनेशन स्टेशन तक हुई किसी भी दुर्घटना के दौरान ही मान्य होगा। फिलहाल इस‍ स्कीम को ऑनलाइन ( ई-टिकट) बुक कराने वाले यात्रियों के लिए पायलट प्रोजेक्टल के तौर पर चलाया जाएगा।
ई-टिकट लेने वाले यात्रियों के लिए टिकट बुक करते वक्त इंश्योरेंस स्कीम लेने का ऑप्शन दिया जाएगा। इसके बाद काउंटर से लिए जाने वाले टिकट और मंथली पास बनवाने वाले पैसेंजर्स के लिए भी लागू किया जाएगा। 10 लाख का बीमा कवर देने की स्कीम की घोषणा इसी साल रेल बजट में सुरेश प्रभू ने की थी। रेलवे का कहना है कि रोजाना 1.30 करोड़ यात्री सफर करते हैं। अफसरों के मुताबिक, रेलवे की प्लानिंग बीमा प्रीमियम को बढ़ाकर यात्रियों को और सुविधाएं देने की है। इस स्कीम से हादसे के वक्त रेलवे की तरफ से दिए जाने वाले मुआवजे के खर्च में भी कमी आएगी।