अाेपिनियन पाेस्ट
हरियाणा पुलिस की एसआईटी गुरमीत राम रहीम की राजदार हनीप्रीत से लगातार सवाल कर रही है। उधर, गुरमीत सिंह के खिलाफ एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) ने रेगुलर इंक्वायरी भी शुरू कर दी है। क्योंकि हरियाणा पुलिस को एक हार्ड डिस्क मिली है, जिसमें बलात्कारी बाबा की 700 करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी और हवाला कारोबार की डिटेल्स हैं। ईडी जल्द ही यह हार्ड डिस्क हासिल करेगी। पुलिस रिमांड के दौरान चार ऐसे डेरा समर्थकों का पता चला है, जिन्हें नपुंसक बनाया गया था। इनमें पंचकूला दंगों का मास्टरमाइंड भी शामिल है।
बता दें कि बाबा को पंचकूला की सीबीआई कोर्ट ने 25 अगस्त को रेप केस में दोषी करार दिया था। इसके बाद, डेरा समर्थकों ने हिंसा शुरू कर दी, जिसमें करीब 41 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं पंचकूला पुलिस ने 25 अगस्त को हिंसा फैलाने के आरोप पर डेरा सच्चा सौदा प्रबंधन के 45 लोगों को नोटिस भेजा है। इस लिस्ट में विपासना इंसां , आदित्य इंसां, डेरा के डॉक्टर पीआर नैन और डेरा सच्चा सौदा के वकील एसके गर्ग निरवाना को भी जांच में शामिल होने के लिए कहा गया है।
डेरों में रेड के दौरान कई जगह फटे या जले हुए डॉक्यूमेंट्स मिले थे। इसी दौरान पुलिस को एक डेरे के आईटी सेल के साथ लगते लॉकर के पास से हार्डडिस्क मिली। इस हार्डडिस्क को भी डैमेज करने की कोशिश हुई थी, लेकिन ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा था। पुलिस ने इस हार्डडिस्क से डाटा निकालने में कामयाबी हासिल की है। इस डिस्क के अंदर हवाला से लेकर बाबा की प्रॉपर्टी और कारोबार की डिटेल्स मौजूद हैं। इसमें यह डाटा भी मौजूद है कि किससे कितनी रकम ली गई। कहां कितने रुपए इन्वेस्ट किए गए। साथ ही हथियारों की जानकारी भी है।
हनीप्रीत ने किया 17 सिम का इस्तेमाल
पुलिस को पता चला है कि फरारी के दौरान हनीप्रीत ने 17 सिम कार्ड इस्तेमाल किए, जिनमें तीन विदेशी सिम भी शामिल थे. सूत्रों के मुताबिक, हरियाणा पुलिस हनीप्रीत का नार्को टेस्ट करवा सकती है। इसके लिए पंचकूला कोर्ट में नार्को टेस्ट करवाने के लिए पुलिस अर्जी लगाने की तैयारी में है। दरअसल, पूछताछ के दौरान लगातार पुलिस के सवालों से बच रही है. वह बार-बार अपने बयान भी बदल रही है। पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रही है।
पंचकूला में दंगों के बाद पुलिस रिमांड के दौरान चार ऐसे डेरा समर्थकों का पता चला है, जिन्हें नपुंसक बनाया गया था। इनमें पंचकूला दंगों का मास्टरमाइंड भी शामिल है। नपुंसक बनाने की पुष्टि इन चारों की मेडिकल रिपोर्ट और कबूलनामे से हुई है। साल 2000 से 2005 के बीच डेरे में 400 समर्थकों को नपुंसक बनाने का मामला सामने आया था। आरोप लगे थे कि बाबा करीबियों को ही नपुंसक बनाता था। इन केसों की जांच सीबीआई कर रही है। हरियाणा पुलिस के डीजीपी ने सीबीआई को इस बारे में जानकारी दे दी है। शुक्रवार तक सभी डॉक्यूमट्सें पूरे होने पर इन लोगों की लिस्ट, मेडिकल रिपोर्ट और कबूलनामे सीबीआई को दिए जाएंगे। इन चारों को सीबीआई के हवाले भी किया जा सकता है। सीबीआई इन्हें बतौर गवाह पेश कर सकती है।