सुनील वर्मा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जापान के पीएम शिंजो अंबे के साथ अहमदाबाद में देश की पहली बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की आधारशिला का उदघाटन किया। एथलेटिक्स स्टेडियम  में हुए एक भव्‍य समारोह में दोनों नेताओं ने एक साथ भूमि पूजन किया और फिर प्रोजेक्‍ट का शिलान्‍यास हुआ। इससे पहले उन्हाेंने बुलेट ट्रेन के मॉडल का अवलाेकन  किया। कार्यक्रम की शुरूआत रेलमंत्री पीयूष गोयल के स्‍वागत भाषण से हुई।
एक लाख करोड़ के बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की लंबाई अहमदाबाद से मुंबई तक रहेगी। आज सुबह दुनिया के दोनों बड़े देशों के राष्‍ट्र नेताआें ने साबरमती रेलवे स्टेशन के पास इस कार्यक्रम का उदघाटन किया। सरकार की ओर से कहा गया है कि इस प्रोजेक्ट को निर्धारित समय से एक साल पहले यानी 2022 में पूरा कर लिया जायेगा।
बता दें कि दोनों देशों के बीच बुलेट ट्रेन को लेकर 2015 में मेमोरेंडम साइन किया गया था। इसके तहत जापान में टोक्यो से कोब के बीच चलने वाली बुलेट ट्रेन की तर्ज पर मुंबई से अहमदाबाद के बीच ट्रेन चलाने का प्रस्ताव मंजूर किया गया था। नवंबर, 2016 में पीएम मोदी ने अपने जापान दौरे के दौरान इस बुलेट ट्रेन में सफर किया था। उसी ट्रेन की टेक्नोलॉजी को भारत में इस्तेमाल किया जाएगा। बुलेट ट्रेन के लिए जमीन अधीग्रहण का काम सरकार ने पूरा कर लिया है। हांलाकि बुलेट ट्रेन के जिस रूट पर चलेगी उसमें से महज दो फीसदी हिस्‍सा ही जमीन पर होगा। ज्‍यादातर रूट या तो एलिवेटिड होगा या अंडरग्राउंड रहेगा। साबरमती से बांद्रा तक 508 किमी सफर में बुलेट ट्रेन की रफ्तार 220 किमी. से 250 किमी. प्रति घंटा होगी। इसमें 471 किमी. तक का हिस्सा ज़मीन पर होगा जबकि कहा जा रहा है ठाणे के पास से बुलेट ट्रेन समुद्र के नीचे से गुजरेगी तो वहीं मुंबई के पास यह अंडरग्राउंड रहेगी। जापान की मदद से पूरा होंने वाले इस प्रोजेक्‍ट पर कुल खर्च 1.10 लाख करोड़ रुपए का है । इसमें लगभग 81 फीसदी तक जापान खर्च करेगा और बाकी भारत।