मणिपुर विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को चुनाव में स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। मणिपुर में विधानसभा की कुल 60 सीटें हैं। जिसमें से इस बार चुनाव में कांग्रेस ने 28 सीटें जीती। जबकि बीजेपी को 21 सीटें मिली थीं। लेकिन अब स्पष्ट हो चुका है कि एन बीरेन सिंह के नेतृत्व में मणिपुर में इस बार बीजेपी की सरकार बनने जा रही है।

मणिपुर में एन बीरेन सिंह को सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया है। उन्होंने सोमवार को राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला से मुलाकात कर राज्य में अगली सरकार बनाने का दावा पेश किया था।

बता दें कि एन बीरेन ने 2002 से अपना राजनीतिक करियर शुरु किया था। इससे पहले  वह पत्रकारिता में सहयोग दे रहे थे। बीरेन राष्ट्रीय स्तर के फुटबॉलर भी रह चुके हैं। उन्होंने 2002 में डेमोक्रेटिक रिवोल्यूशनरी पीपुल्स पार्टी के टिकट पर विधायक का चुनाव लड़ा था। डीआरपीपी ने 2002 के राज्य विधान सभा चुनाव में 23 उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें से केवल दो को जीत मिली थी। इन दो विधायकों में एक बीरेन सिंह थे। चुनाव जीतने के बाद बीरेन और उनकी पार्टी कांग्रेस गठबंधन का हिस्सा बन गए। बीरेन इबोबी सिंह सरकार में मंत्री बनाए गए थे। साल 2004 के लोक सभा चुनाव से पहले डीआरपीपी का कांग्रेस में विलय हो गया। 2007 में बीरेन ने पहली बार कांग्रेस के उम्मीदवार के तौर पर विधान सभा चुनाव लड़ा और जीता।

पिछले साल अक्टूबर में बीरेन ने अंसतोष जाहिर करते हुए इबोबी सिंह सरकार और कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद अक्टूबर 2016 में वो आधिकारिक तौर पर बीजेपी में शामिल हो गए।