मुंबई की मकोका कोर्ट ने पत्रकार ज्योतिर्मय डे की हुई हत्या के करीब सात वर्ष बाद फैसला सुनाया है। पत्रकार जेडे हत्याकांड में विशेष मकोका अदालत ने अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को दोषी करार दिया है। इसके साथ ही अदालत इसी मामले में छोटा राजन को उकसाने की आरोपी पत्रकार जिग्ना वोरा को बरी कर दिया है।
इसी मामले में साजिश रचने का एक तीसरा आरोपी पॉल्सन जोसेफ भी बरी हो गया है। जे डे हत्याकांड में कुल 13 आरोपी थे, जिनमें ये तीन बड़े नाम थे। छोटा राजन को भारत लाए जाने के बाद पहले मामले में दोषी ठहराया गया है। इस मामले की अंतिम सुनवाई फरवरी में शुरू की थी, जोकि पिछले महीने समाप्त हुई।
डे (56) अंग्रेजी सांध्य दैनिक मिड डे के संपादक (इनवेस्टिगेशन) थे और उन्हें 11 जून, 2011 को मध्य मुंबई के उपनगर पवई में स्थित उनके आवास के पास गोली मार दी गई थी। इस घटना से पूरे देश के मीडिया जगत में शोक की लहर दौड़ गई थी।
यह जांच पहले पुलिस कर रही थी, लेकिन बाद में इसकी जटिलता को देखते हुए इसे अपराध शाखा को सौंप दिया गया। इस मामले में सनसनीखेज मोड़ तब आया था, जब पुलिस ने 25 नवंबर, 2011 को मुंबई के द एशियन एज की डिप्टी ब्यूरो चीफ वोरा समेत 10 अन्य को गिरफ्तार किया।
जांच के दौरान पता चला था कि वोरा कथित रूप से लगातार छोटा राजन के संपर्क में थीं और डे की हत्या के लिए उसे उसकाया था।