अभिषेक रंजन सिंह, नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख एवं पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ने आज बिहार मुख्यमंत्री एवं जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने सोमवार को नीतीश कुमार के प्रेस वार्ता के पलटवार में कहा कि नीतीश सत्ता के लालची और अवसरवादी नेता हैं। लालू प्रसाद के मुताबिक, नीतीश कुमार उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के अच्छे काम और उनकी लोकप्रियता से डर गए थे। यही कारण है कि उन्होंने तेजस्वी के बहाने भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना ली।

पटना में आयोजित प्रेस वार्ता में लालू प्रसाद यादव बेहद आक्रामक तरीके नीतीश कुमार पर हमला बोला। लालू ने नीतीश कुमार को पलटूराम तक कह दिया। लालू प्रसाद के मुताबिक, नीतीश कुमार का शुरू से ही यही राजनीतिक चरित्र रहा है। भारतीय राजनीति में नीतीश कुमार से बड़ा झूठा नेता कोई नहीं है। ऐसा लालू प्रसाद ने कहा। लालू प्रसाद के अनुसार, नीतीश को राजनीति में स्थापित करने का काम उन्होंने ही किया है।

पटना यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव का जिक्र करते हुए लालू प्रसाद ने कहा कि वह काफी लोकप्रिय छात्रनेता थे और यह चुनाव उन्होंने अपने दम पर जीता था। इसलिए नीतीश कुमार का यह दावा कि छात्रसंघ चुनाव में उन्होंने मुझे वोट दिलाया यह सरासर गलत है। उल्लेखनीय है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश ने कल यानी सोमवार को राजग सरकार के गठन के बाद अपनी पहली प्रेस वार्ता में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और भ्रष्टाचार में लिप्त उनके परिवार पर जमकर हमला बोला था।

अपने प्रेस कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह भी कहा था कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के मुकाबले कोई नेता नहीं है। नीतीश ने यह भी कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा पुनः सत्ता में आएगी, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता न सिर्फ देश में,बल्कि विदेशों में भी है।

बहरहाल, पिछले दिनों बिहार में महागठबंधन से नाता तोड़कर नीतीश कुमार ने जिस तरीके से भाजपा के साथ मिलकर छठी बार मुख्यमंत्री बने, उसके बाद राजद और कांग्रेसी नेताओं के लगातार बयान आ रहे हैं। जहां लालू प्रसाद यादव उन्हें धोखेबाज करार दे रहे हैं, वहीं उनके बेटे तेजस्वी भी नीतीश पर हमलावर हैं। फिलहाल बिहार में आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति अभी कुछ दिनों तक चलेगी।