कमलेश पाण्डेय, छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ बिलासपुर शहर के वरिष्ठ रिटायर्ड बैंक कर्मी  नारायण प्रसाद दुबे ने अंजाने में ही बैंक कर्मचारियों को कशमकश में डाल दिया।  नारायण दुबे जूना बिलासपुर स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया की मुख्य शाखा में दो-दो हजार के चार नोट जमा करने पहुंचे। जिसके बाद बैंक कर्मी हैरत में पड़ गए।

दरअसल,, मामला गंभीर इसलिए था क्योंकि बैंक की जमा पर्ची में नोटों के विवरण में दो हज़ार के नोट का जिक्र नहीं था। दुबे ने स्लिप में हाथ से ही 2000 X 4 = 8000 भरकर कैशियर को थमा दिया। विवरणिका पढ़ने के बाद कैशियर ने तत्काल बैंक अधिकारियों को जानकारी दी। उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर किया क्या जाए।

इस बीच अधिकारियों ने सहकर्मियों से जानने का प्रयास किया कि क्या नया नोट जमा किया जा सकता है। इस मामले में रिजर्व बैंक के क्या दिशा निर्देश हैं…। बात को लेकर बैंक कर्मचारियों में काफी देर तक हड़कंप मचा रहा।

अधिकारियों ने नारायण दुबे से जानना चाहा कि आखिर नया नोट क्यों जमा करना चाहते हैं। उन्होने बताया कि मुझे रोज़ाना खर्चे के लिए फुटकर नोट चाहिए, लेकिन कैशियर ने मुझे बड़े नोट थमा दिये। चूंकि मेरा खाता सेन्ट्रल बैंक में ही है इसलिए नए नोट को जमा कर फुटकर लेना चाहता हूं।  दुबे ने बताया कि मैने कमोबेश सभी काउन्टर में जाकर चिल्हड़ की मांग की। लेकिन मेरी समस्या का किसी ने निदान नहीं किया।

बैंक के मुताबिक अगर चेक या विड्राल फार्म से अगर कोई अपने खाते से रकम निकालेगा तो उन्हें सौ-सौ के नोट दिए जायेंगे।