सुनील वर्मा
उत्तर प्रदेश के जेवर-बुलंदशहर हाइवे पर एक बार फिर बुलंदशहर कांड दोहराने की कोशिश की गयी है। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के दो महीने बाद भी अब तक अपराध पर पूरी तरह से लगाम नहीं पाई है। सहारनपुर में जातीय हिंसा की घटना पर अभी काबू नहीं हो पाया था कि एक साल पहले यूपी के बुलंदशहर की घटना की तर्ज पर दिल्ली से सटे गौतमबुद्धनगर में इससे मिलती जुलती या कहें इससे भी वीभत्स चार महिलाओं से गैंगरेप की घटना सामने आई है। वहीं, पुलिस एक महिला से ही गैंगरेप की बात कह रही है। लूट का विरोध करने पर एक शख्स को बदमाशों ने गोली मार दी, जिसकी मौके पर ही मौत हो गई। जान गंवाने वाले शख्स की मां, बहन, पत्नी व भाभी के साथ गैंगरेप हुआ है। इस घटना के बाद पड़ताल में जुटी पुलिस के सामने एक चश्मदीद आया है जिसके आधार पर बदमाशों की जल्द गिरफ़्तारी के दावे किये जा रहे है ।

इसी कार में सवार था पीड़ित परिवार
इसी कार में सवार था पीड़ित परिवार

सूचना के मुताबिक, बुधवार देर रात 1:30 बजे के करीब जेवर से बुलंदशहर जा रहे कार सवार परिवार के साथ जेवर-बुलंदशहर हाईवे पर साबौता गांव के पास बदमाशों ने लूटपाट की। विरोध करने पर परिवार के एक शख्स की गोली मार कर हत्या कर दी। इतना ही नहीं दरिंदगी की हद पार करते हुए पुरुषों के सामने ही परिवार की चार महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया।
यह वारदात उस समय हुई जब परिवार के सदस्य बुलंदशहर में अपने किसी बीमार रिश्तेदार को देखने जा रहे थे। बुलंदशहर जाने के दौरान गाड़ी में चार महिलाओं के अलावा चालक समित 4 पुरुष भी थे। जानकारी के मुताबिक, 6 बदमाशों ने रास्ते में कोई ऐसा सामान डाल दिया, जिससे गाड़ी का टायर पंचर हो गया। इसके बाद समीप के खेतों में छिपे बदमाशो ने हमला बोल दिया । लूटपाट करने के बाद बदमाशों ने चारों महिलाओं के साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया।
कार में 4 महिलाएं, 2 पुरुष और 2 बच्चे सवार थे। एक पीड़ित ने बताया कि बदमाशों के पास तमंचे, चाकू और सरिया था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लव कुमार ने बताया कि बदमाशों ने 44 हजार रुपये नकद और महिलाओं के जेवरात भी लूट लिए। पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर इस मामले की जांच कर रही है. पीड़ित महिलाओं को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल भेजा गया है। घटना के चलते लोगों में भारी गुस्सा है. लोगो ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की है। सभी पीड़ितों को मेडिकल जाँच के लिए नोएडा भेजा गया है।

गैंगरेप का चश्मदीद आया सामने

जेवर कोतवाली पर गुस्साए लोगों का हुजूम
जेवर कोतवाली पर गुस्साए लोगों का हुजूम

इस इस घटना के बाद पड़ताल में जुटी पुलिस के सामने एक चश्मदीद आया है उसने बताया कि बदमाश पीड़ित परिवार को हाईवे से करीब 400 मीटर दूर जिस खेत में ले गए थे उसकी रखवाली वही वृद्ध किसान कर रहा था। वह वहीं झोपड़ी बना कर रहता है और मह‌‌िलाओं को ले जाते देख इसने शोर भी मचाया था। इसके बाद बदमाशों ने उसे भी बंधक बना लिया था। इसी किसान ने खौफनाक रात की पूरी कहानी अपनी जुबानी सुनाई है। सबसे पहले तो इस चश्मदीद ने इन बदमाशों के बारे में ये खुलासा किया कि इन्होंने एक साल पहले भी उसके गांव के एक शख्स की हत्या की थी। साथ ही ये भी बताया कि आरोपी इस क्षेत्र या उसके आसपास के रहने वाले नहीं थे।

फिर सुर्ख़ियों में एक्सल गैंग

पुलिस पहले जारी करती रही है एक्सल गैंग  सतर्क रहने की हिदायत
पुलिस पहले जारी करती रही है एक्सल गैंग सतर्क रहने की हिदायत

इस घटना में एक्सल गैंग के शामिल होने का शक जताया जा रहा है । बता दें कि 11 महीना पहले बुलंदशहर हाइवे पर सफर कर रही एक महिला और उसकी 13 साल की बेटी के साथ इसी गिरोह ने गैंगरेप किया था । सबसे प्रमुख बात ये है कि एक्सल गैंग एक ही तरीके से वारदात को अंजाम देता है। पहले लोहे का पहिया या रॉड सड़क पर फेंक कर कार को रोकना। उसके बाद कार सवार को बंधक बनाकर सड़क किनारे खेत में ले जाना। उनके साथ लूटपाट करना. कार में सवार महिलाओं के साथ गैंगरेप करके फरार हो जाना.इस तरह अंधेरी रात में खेत में पीड़ितों के पास मदद भी जल्द नहीं पहुंच पाती। अंधेरा होने से बदमाशों की पहचान भी मुश्किल होती है।
जानकारी के मुताबिक, एक खास वजह से इस गैंग को एक्सल गैंग के नाम से जाना जाता है। बताया जाता है कि एक्सल गैंग के बदमाश साइकिल के पहिये के गियर वाला लोहे का चक्का हाइवे पर सुनसान इलाकों में चलती गाड़ियों पर फेंक देते हैं। लोहे गाड़ी पर गिरने के बाद तेज आवाज आने और फिर इसके सड़क पर गिरने के चलते गाड़ी का एक्सल टूट कर गिरने जैसी आवाज आती है. इस वजह से कार सवार तुरंत रूक जाता है।
पुलिस की मानें तो इस एक्सेल गैंग के ज़्यादातर बदमाश राजस्थान, आगरा और आस-पास के इलाक़ों के रहनेवाले हैं। वेस्ट यूपी में भी अब कुछ ऐसे गैंग सक्रिय हो गए हैं. एक्सेल गैंग की मॉडस ऑपरेंडी को देखते हुए ही पुलिस अक्सर लोगों को हाई वे पर ऐसी किसी हमले या आवाज़ होने पर नहीं रुकने की सलाह देती है। बीती रात भी जब गाड़ी पर हमला हुआ तो ड्राइवर नहीं रुका, लेकिन जब एक साथ दो टायर बैठ गए, तो फिर उसे रुकना पड़ा।

सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
इस वारदात के समाजवादी पार्टी सक्रिय हो गई है। सामूहिक दुष्कर्म को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। अखिलेश यादव के निर्देश पर राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर जेवर में हुए मर्डर और दुष्कर्म पीड़ितों से मिलने जिला अस्पताल पहुंचे। इस मौके पर सुरेंद्र नागर ने कहा कि जनता ने भाजपा को वोट देकर रामराज्य की कल्पना की थी, लेकिन प्रदेश में महिलाएं ही सुरक्षित नहीं हैं।