पीएफआई-आईएस के दक्षिण भारतीय टेरर मॉड्यूल का खुलासा

सुनील वर्मा
सुरक्षा एजेंसियों ने एक बार फिर आईएस के टेरर मॉडयूल का खुलासा किया है। जिससे साफ पता चलता है कि दक्षिण भारत में सक्रिय पॉपुलर फ्रंट आफ इंडिया के सदस्य  जेहाद की राह पकड़ चुके हैं। आईएस से प्रभावित दक्षिण भारत में सक्रिय पीएफआई के सैकड़ों सदस्य इस्लामिक कट्टरवाद की राह पर हैं और उनके निशाने पर आरएसएस, वीएचपी और बीजेपी के नेता हैं। ये सनसनीख्‍ोज खुलासा तुर्की बार्डर से पकड़कर भारत डिपोर्ट किए गए शाहजहां कैंडी से पूछताछ के बाद हुआ है।
शाहजहां को दिल्ली एयरपोर्ट पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर किया है। 32 साल का शाहजहां कैंडी केरल का रहने वाला है। वह साउथ इंडिया में सक्रिय संगठन पापुलर फ्रंट आफ इंडिया का सक्रिय सदस्य है। शाहजहां ने खुलासा किया कि वो 2 बार सीरिया जाने की कोशिश कर चुका है।
बड़ा खुलासा ये कि वह साल 2016 में मोहम्मद ईस्माइल मोईनुद्दीन नाम से फर्जी पहचान बनाकर सीरिया जाने की कोशिश में लगा था। लेकिन तभी उसे टर्की बार्डर पर गिरफ्तार कर लिया गया था। शाहजहां ने जांच एजेंसियों के सामने खुलासा किया है कि उसने चैन्नई के एक ट्रेवल ऐजेंट से फर्जी पासपोर्ट हासिल किया था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने चैन्नई के उस ट्रेवल एजेंट मुस्तफा को भी गिरफ्तार कर लिया है।
चैन्नई पुलिस ने तमिलनाडु पुलिस के एक कांस्टेबल और डाक विभाग के एक कर्मचारी को भी गिरफ्तार किया है। उनसे पूछताछ में खुलासा हुआ कि मुस्तफा की ट्रेवल एजेंसी से तकरीबन 15 से ज्यादा फर्जी पहचान के पासपोर्ट लोगों को दिए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक 10 लोग केरल के हैं, जो फर्जी पहचान पर सीरिया जा चुके हैं। उनमें 5 श्रीलंकाई तमिल भी उनमें शामिल हैं।

एक साल पहले हुआ था खुलासा
बता दें कि बीते साल 2016 के दिसंबर माह में एनआईए और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक साझा ऑपरेशन में केरल और तमिलनाडु से 6 लोगों को गिरफ्तार किया था, तभी आईएस के एक बड़े माड्यूल का खुलासा हुआ था। उस वक्त पकड़े गए लोगों ने पूछताछ में खुलासा किया था कि वे सभी पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के सक्रिय सदस्य हैं, और उनके निशाने पर बीजेपी-आरएसएस के नेता थे, जिनका गला काटना था और गला काटते हुए वीडियो भी बनाना था। साथ ही पता चला था कि उनका मकसद विदेशी नागरिकों को बड़े पैमाने पर मौत के घाट उतारना था। उस दौरान शाहजहां कैंडी फरार होने में कामयबा हो गया था। जो अब टर्की बार्डर पर फर्जी पासपोर्ट के साथ धरा गया है।

कैंडी का हैरतअंगेज खुलासा
शाहजहां कैंडी ने पूछताछ में खुलासा किया कि वह केरल के खयुम के साथ सीरिया जा रहा था। खयुम बार्डर पार कर सीरिया पहुंच गया। जबकि शाहजहां पकड़ा गया। शाहजहां के मुताबिक केरल के रहने वाले मनफ, खयुम, शमीर अली और शहजील समेत कुल 13 लोग सीरिया पहुंच गए हैं। जिसमें शमीर अली के मारे जाने की खबर को जांच एजेंसियों ने पुख्ता कर लिया है। जबकि मनफ, खयुम और शहजील समेत 13 लोगों के बारे में कोई जानकारी अभी तक हाथ नहीं लगी है। हैरानी की बात ये है कि ये सभी पॉपुलर फ्रंट आफ इंडिया के सक्रिय सदस्य थे। ये संगठन आईएस से प्रभावित बताया जाता है।
जांच एजेंसियों के लिए सबसे ज्यादा परेशानी की बात ये है कि केरल और तमिलनाडु में दलितों और कमजोरों की लड़ाई लड़ने के लिए खड़ा हुआ संगठन पीएफआई अब कट्टरपंथ की राह पकड़ चुका है। और ये संगठन जेहाद की वकालत कर रहा है। दक्षिण भारत में पीएफआई के सदस्य भारी तादाद में हैं, जो अब आतंक की राह पकड़ते जा रहे हैं। जिसका जिंदा सबूत है शाहजहां। जो दूसरी बार सीरिया जाने की कोशिश में टर्की बार्डर पर पकड़ा गया।
शाहजहां ने पूछताछ में खुलासा किया है कि अब तक पीएफआई के केरल और तमिलनाडु के कई कार्यकर्ता सीरिया जा चुके हैं। वे सभी फर्जी पहचान पर पासपोर्ट हासिल करके वहां गए। शायद यही वजह है कि जांच एजेंसियों के पास सीरिया जाकर बगदादी की सेना में शामिल होने वाले हिंदुस्तानियों का सटीक आंकड़ा नहीं है। शाहजहां ने जो खुलासा किया है, उससे केरल और तमिलनाडु के ऐसे 23 लोगों के नाम पहली बार सामने आए हैं, जो सीरिया जा चुके हैं। जिसमें एक के मारे जाने की पुष्टी भी हो चुकी है। सूत्रों की मानें तो फिलहाल दक्षिण भारत में ऐसे सैकड़ों स्लीपर सेल एक्‍टिव हैं, जो सीरिया से ट्रेनिंग लेकर वापस आ चुके हैं। अब उनकी गिरफ्तारी के लिए कोशिशें की जा रही हैं। फिलहाल इसे पूरे मॉडयूल को पकड़ने के लिए दिल्‍ली पुलिस की कई टीमें खुफिया ब्‍यूरो के अधिकारियों के सहयोग से चेन्‍नई व केरल में छापेमारी कर रही है।

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