नई दिल्ली। नोटबंदी के कारण परेशानियां झेल रहे लोगों को इस बात की तसल्ली रही कि थोड़े दिन की परेशानी झेल लेंगे लेकिन सरकार के इस कदम से देश की अर्थव्यवस्था को कालेधन से मुक्ति मिल जाएगी और बाजार पर काले कारोबारियों का एकाधिकार समाप्त हो जाएगा और उससे आम जनता को राहत मिलेगी।
केंद्र सरकार को भी लगा था कि 500 और 1,000 रुपये के नोटों को चलन से बाहर करने के बाद 3 लाख करोड़ रुपये का काला धन सिस्टम से बाहर चला जाएगा, लेकिन आयकर विभाग 5 जनवरी तक इस आंकड़े का महज 1.6% कालेधन का ही पता लगा पाया। डिपार्टमेंट ने नोटबंदी के बाद अपने अभियानों में 4,807 करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता लगाया गया है और देश भर में जारी छापेमारी में 112 करोड़ रुपये मूल्य की नई करंसी जब्त हुई है।
विभाग के सूत्रों ने बताया, ‘5 जनवरी तक कुल 4,807.45 करोड़ रुपये की अघोषित आय का विभाग ने पता लगाया या लोगों ने खुद इसकी जानकारी दी।’ टैक्स अधिकारियों ने नोटबंदी के बाद आयकर अधिनियम के प्रावधानों के तहत कुल 1,138 तलाशी, सर्वे और पूछताछ अभियान चलाए, वहीं टैक्स चोरी और हवाला जैसे कारोबार के आरोपों में विभिन्न लोगों और संस्थाओं को 5,184 नोटिस जारी किए गए।
इसी अवधि में विभाग ने 609.39 करोड़ रुपये कीमत के कैश और ज्वेलरी जब्त किए। इनमें 112.8 करोड़ रुपये के नए नोट शामिल हैं जो ज्यादातर 2,000 रुपये के नोट हैं जबकि ज्वेलरी की कीमत 97.8 करोड़ रुपये आंकी गई है।