वोडाफोन और आइडिया के कर्मचारियों की नौकरी पर जल्द ही गाज गिरने वाली है। कुछ ही दिनों में वोडाफोन और आइडिया का विलय होने वाला है। खबरों के मुताबिक दोनों कंपनियां करीब एक चौथाई यानि 5 हजार लोगों की छंटनी कर सकती है। बता दें कि दोनों कंपनियों में कुल मिलाकर 21 हजार लोग काम करते हैं।

क्यों की जा रही है छंटनी
दोनों कंपनियां अभी काफी घाटे में हैं। उन पर संयुक्त रूप से 1,20,000 करोड़ रुपए का कर्ज है। इसलिए विलय की प्रक्रिया को देखनेवाली नोडल टीम ने दोनों कंपनियों को अगले दो महीने में 5,000 कर्मचारियों की छंटनी करने को कहा है। विलय को टेलिकॉम विभाग को छोड़कर दूसरे रेग्युलेटर्स से मंजूरी मिल गई है। माना जा रहा है कि मई तक विलय प्रक्रिया पूरा हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक, अप्रेजल के दौरान जिन कर्मचारियों की परफार्मेंस खराब रहेगी, उन्हें निकाला जा सकता है। इसके अलावा एक ही जॉब प्रोफाइल पर दोनों कंपनियों में काम कर रहे लोगों को भी नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है।

बनेगी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी
टेलीकॉम इंडस्ट्री के मुताबिक, विलय के बाद बनने वाली कंपनी की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि कंपनी तेजी से बदलाव कैसे करती है, नेटवर्क बढ़ाने और प्रतिस्पर्धा को ध्यान में रखकर प्राइस कैसे तय करेगी। भारत में वोडाफोन दूसरे नंबर पर है और आइडिया तीसरे नंबर की टेलीकॉम कंपनी है। दोनों के विलय के बाद 41 करोड़ ग्राहकों की कंपनी बनेगी जिसका भारत के 42 टेलीकॉम बाजार पर कब्जा होगा। दोनों कंपनियों को जियो कड़ी टक्कर दे रही है।