बेंगलुरू। नोटबंदी के फैसले की जानकारी पूर्व में ही अडानी-अंबानी जैसे उद्योगपतियों तक पहुंचने संबंधी आरोपों पर सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार को सत्ता में आए लगभग ढाई साल हुए हैं। विपक्षी जिन अडानी-अंबानी की बात कर रहे हैं वे पूर्ववर्ती सरकारों की देन हैं।

नायडू ने विपक्ष से पूछा कि अगर नोटबंदी का फैसला गलत है तो विपक्ष में होने के बावजूद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक इसका समर्थन क्यों कर रहे हैं। नायडू ने कहा कि जनता इस फैसले के साथ है। खुद उनके इलाके के लोगों का कहना है कि परेशानी तो हर काम में होती है।

नायडू ने नोटबंदी के फैसले को दूरगामी सकारात्मक परिणाम देने वाला बताया। उन्होंने कहा कि काला धन,  जाली नोट,  आतंकवाद और हवाला कारोबार पर लगाम लगाने के लिए देश में इस तरह के सर्जरी की जरूरत थी। जनता भी शिद्दत से ऐसी सर्जरी की जरूरत महसूस कर रही थी। यही कारण है कि इस फैसले से परेशानी होने के बावजूद आम लोग अब तक इसके समर्थन में हैं।

नायडू ने स्वीकार किया कि लोग परेशान हुए हैं। मगर इस फैसले से कोई भी सरकार या पार्टी से नाराज नहीं है। नायडू ने कहा कि विपक्ष मोदी से काले धन का हिसाब मांग रहा है जिसने इस देश पर दशकों तक शासन किया है। मोदी सरकार तो महज ढाई साल पहले ही सत्ता में आई है। इस छोटी अवधि में ही सरकार ने काले धन पर लगाम लगाने के लिए एसआईटी का गठन किया और फिर कानून बनाने के बाद नोटबंदी जैसा बड़ा फैसला किया है।