अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार घोषित किए गए डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि वे फिर से अमेरिका को महान बनाएंगे। उन्होंने आतंकी संगठन आईएसआईएस के खतरे से निपटने पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, ‘हम आईएसआईएस से छुटकारा पाएंगे और कानून-व्यवस्था को फिर से स्थापित करेंगे। हम नवंबर में जीतेंगे।’ पार्टी उम्मीदवार बनाए जाने से उत्साहित ट्रंप ने अपनी पार्टी के डेलीगेटों से कहा कि नवंबर में होने वाले आम चुनावों में पार्टी का नेतृत्व करना ‘सम्मान’ की बात है। उन्होंने अमेरिकी जनता को अपनी प्राथमिकता में सबसे उपर रखने का वादा भी किया।

रिपब्लिकन पार्टी की ओर से ट्रंप को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने पर अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या ट्रंप अमेरिका का चरित्र बदलने की फिराक में है? यदि ट्रंप राष्ट्रपति बने और उन्होंने उन्हीं नीतियों पर चलने का प्रयास किया, जैसा कि वे राजनीतिक भाषणों में कहते हुए देखे जा रहे हैं, तो अमेरिका दुनिया को किस दिशा की ओर ले जाएगा?

यह सब करना चाहते हैं ट्रंप

ट्रंप ने अमेरिका के लिए जो भावी एजेंडा रखा है, उसके मुताबिक उनके राष्ट्रपति बनने की स्थिति में अमेरिका में मस्जिदों पर निगरानी रखी जाएगी। इस्लामिक स्टेट जैसे आतंकी संगठन के खिलाफ अमेरिका को ‘कठोर पूछताछ” के लिए वटरबोर्डिंग जैसे दूसरे तरीकों का इस्तेमाल करने पर बल दिया जाएगा। अवैध अप्रवासियों और सीरियाई प्रवासियों को रोकने के लिए अमेरिका व मैक्सिको के बीच एक ‘बहुत बड़ी दीवार” खड़ी की जाएगी। ट्रंप अमेरिका में रहने वाले 1.1 करोड़ अवैध अप्रवासियों को वापस भेजने के पक्षधर हैं। साथ ही ‘जन्म से नागरिकता” की नीति को भी खत्म करना चाहते हैं, जिसके तहत अमेरिकी धरती पर जन्म लेने वाले अवैध अप्रवासियों के बच्चों को अमेरिकी नागरिकता प्राप्त हो जाती है।

एक दिन शेर की तरह जियो

ट्रंप अपने बयानों व नजरिए को लेकर लगातार विवादों में हैं। उन पर महात्मा गांधी से लेकर पोप तक पर गलतबयानी के आरोप हैं। चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप उस समय जबरदस्त चर्चा में रहे, जब उन्होंने इटली के फासीवादी नेता मुसोलिनी से जुड़े उस वाक्य को री-ट्वीट किया, जिसमें लिखा था – 100 साल तक एक भेड़ की तरह जीने से अच्छा है कि केवल एक दिन शेर की तरह जियो। ट्वीट पर जवाब में उन्होंने कहा – ‘मुसोलिनी तो मुसोलिनी थे। क्या फर्क पड़ता है! उस ट्वीट ने आपका ध्यान खींचा कि नहीं?’ ट्रंप का ये जवाब और फिर अमेरिकियों में उनके प्रति बढ़ा आकर्षण खतरनाक स्थिति का निर्माण करता दिखता है।

अमेरिकियों को पसंद हैं ट्रंप जैसे राष्ट्रपति

ट्रंप मानते हैं कि अमेरिका कागज के शेर की तरह दिख रहा है और उनके राष्ट्रपति बनने पर वह ऐसा नहीं रह जाएगा। उनके मुतााबिक, मैं अपनी सेना को इतना बड़ा और ताकतवर बना दूंगा कि कोई हमसे झगड़ने की हिम्मत न करे। इस तरह से वे अमेरिका को फिर से महान बनाने का सपना दिखा रहे हैं। एक अवधारणा यह है कि ट्रंप अपनी आक्रामक छवि के कारण आने वाले समय में और अधिक शक्तिशाली बनकर उभरेंगे। कारण यह है कि अमेरिकी एक सशक्त राष्ट्रपति को पसंद करते हैं।

उम्मीद बनाए जाने के बाद ट्रंप ने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘गवर्नर माइक पेंस शानदार व्यक्ति हैं और पार्टी के टिकट पर उनके साथ चुनाव में खड़ा होना सम्मान की बात है। पेंस शानदार उपराष्ट्रपति साबित होंगे।’ ट्रंप गुरुवार को आधिकारिक तौर पर उम्मीदवारी स्वीकार करेंगे। उन्होंने कहा, ‘अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए आपका उम्मीदवार बनकर मैं बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं।’ उन्होंने राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने का विश्वास जताते हुए कहा कि चार दिवसीय कन्वेंशन की मेजबानी करने वाले अहम राज्य ओहायो में भी वह जीत दर्ज करेंगे।

ट्रंप ने कहा, ‘हम ओहायो राज्य में जीत दर्ज करेंगे और हम राष्ट्रपति पद का चुनाव भी जीतेंगे। हम वास्तविक बदलाव लाएंगे और वाशिंगटन को नेतृत्व प्रदान करेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘यह ऐसा नेतृत्व होगा जिसकी सबसे पहली प्राथमिकता अमेरिकी जनता होगी। हमें हमारा रोजगार वापस मिल जाएगा। हम कमजोर हो चुकी हमारी सेना को मजबूत करेंगे और सेवानिवृत जवानों का ख्याल रखेंगे। हमारी सीमाओं पर सुरक्षा मजबूत होगी।’

प्रतिनिधि सभा के स्पीकर एवं रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन के अध्यक्ष पॉल रयान ने कहा, ‘डोनाल्ड ट्रंप को बहुमत मिलने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी का उम्मीदवार चयनित किया जाता है।’ राष्ट्रपति पद के लिए आठ नवंबर को होने वाले चुनाव में ट्रंप के सामने डेमोक्रेटिक पार्टी की हिलेरी क्लिंटन की चुनौती होगी। यदि ट्रंप राष्ट्रपति बनने में सफल हो जाते हैं, तो वह बिना किसी राजनीतिक अनुभव के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने वाले पहले सफल कारोबारी होंगे।