लखनऊ।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई प्रदेश मंत्रिपरिषद की नवमी पर पहली बैठक में कुल नौ निर्णय किए गए, जिसमें कर्जमाफी राज्य के किसानों के हित में बड़ा फैसला रहा, जो विधानसभा चुनाव से पूर्व भाजपा के लोक कल्याण संकल्प पत्र में प्रमुख मुद्दा था।

प्रदेश के ऊर्जा मंत्री और सरकार के प्रवक्ता मंत्री श्रीकांत शर्मा ने मंत्रिमंडल के फैसलों को मीडिया के सामने रखा। उन्‍होंने बताया कि बैठक में प्रदेश के किसानों को बिचौलियों से भी मुक्त करने का फैसला लिया गया है। सरकार 80 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदेगी। अवैध बूचड़खानों को बंद किए जाने का भी फैसला किया गया।

उन्‍होंने सीएम योगी आदित्‍यनाथ द्वारा गठित एंटी रोमियो दस्‍ते को लेकर कहा, ‘अगर कोई कपल किसी सार्वजनिक स्‍थल पर बैठे हैं, तो अनावश्‍यक रूप से उनसे पूछताछ किए जाने की शिकायत पाए जाने पर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।’

उन्‍होंने बताया कि सरकार ने पाया है कि आलू के उचित मूल्‍य किसानों को नहीं मिलते,  इसके लिए तीन लोगों की कमेटी बनाई गई है। सरकार ने बड़ा फैसला यह भी लिया है कि कमेटी इस बात का अध्‍ययन करेगी कि आने वाले समय में हम आलू पैदा करने वाले किसान को किस तरह से राहत दे सकते हैं।

उन्‍होंने बताया कि यूपी में बड़े तादाद में पूंजी निवेश को लेकर राज्‍य सरकार ने नई उद्योग नीति बनाने का फैसला किया है। इसके लिए एक मंत्री समूह का गठन किया गया है, जो अलग-अलग राज्‍यों में जाकर वहां की उद्योग नीति की बारीकियों का अध्‍ययन करेगा ताकि  प्रदेश में सिंगल विंडो के माध्‍यम से एक अच्‍छी उद्योग नीति का यहां निर्माण कर सकें। इसके लिए यह मंत्री समूह कई प्रदेशों में जाएगा। उन्‍होंने कहा कि राज्‍य में जिस तरह से अपराध का बोलबाला रहा है,  उस पर जीरो टोलरेंस की नीति अपनाई जाएगी।

मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि अवैध खनन पर निगरानी के लिए मंत्रियों के समूह का गठन किया गया है।