बुलंदशहर। पुलिस पोस्ट से महज 100 मीटर की दूरी पर गैंगरेप की वारदात के बाद सीएम अखिलेश यादव ने अपने कई पुलिसवालों को सस्पेंड कर यह संदेश दिया है कि पुलिस वाले कर्तव्‍यबोध जगाएं। यूपी में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उठ रहे सवालों के बीच सीएम अखिलेश यादव ने 24 घंटे के अंदर आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं। इस केस में जांच प्रमुख सचिव की निगरानी में हो रही है। अब तक तीन लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है बाकी की तलाश जारी है।

उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर हाइवे पर नोएडा की एक महिला और उसकी 14 साल की बेटी को कथित तौर पर कार से खींचकर 3 घंटे तक उनसे सामूहिक दुष्‍कर्म  किया गया। यह जगह दिल्ली से सिर्फ 65 किलोमीटर दूर है। शुक्रवार को महिला रात में अपने परिवार के साथ शाहजहांपुर से आ रही थीं। बुलंदशहर में एंट्री करते ही किसी ने उनकी कार को रॉड से पीटना शुरू कर दिया। जैसे ही चालक ने गाड़ी रोकी, बंदूक की नोक पर पांच लोग उन्हें बंधक बनाकर ले गए।

बुलंदशहर के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि परिवार के साथ लूटपाट की गई। आदमी को बांध दिया गया। 35 साल की महिला और उसकी बेटी को दूर तक घसीटकर ले गए और उनके साथ तीन घंटे तक गैंगरेप किया। काफी समय बाद इन्हें पुलिस ने ढूंढा। यह हाइवे दिल्ली को कानपुर से जोड़ता है और पुलिस की पोस्ट घटनास्थल से महज 100 मीटर की दूरी पर थी। सवाल यह उठता है कि इतनी बड़ी वारदात हो गई तो पुलिस को पता क्यों नहीं चला? राज्य पुलिस प्रमुख जावेद अहमद के मुताबिक, पीड़ितों ने बताया कि उन्होंने पुलिस की पेट्रोलिंग कार को देखा था, लेकिन वह दूर थी। वे मदद के लिए चिल्लाए, लेकिन आवाज उन तक नहीं पहुंच पाई।

मेरठ रेंज डीआईजी लक्ष्‍मी सिंह ने बताया कि आरोपियों रहीसुद्दीन, शहवाज और जबर सिंह सहित पांच आरोपियों को गिर फ्तार कर लिया गया है और इन्‍हें पीडि़त परिवार ने पहचान भी लिया है। कार में एक महिला, उसकी दो बेटियां और परिवार के तीन पुरुष मौजूद थे।

एसएसपी, एसपी और थाने का पूरा स्टाफ सस्पेंड

गैं गरेप मामले में अब तक 7 पुलिस अफसरों सहित थाने का पूरा स्टाफ सस्पेंड किया जा चुका है।जिन अफसरों को सस्पेंड किया गया है, उनमें एसएसपी वैभव कृष्ण, सिटी एसपी, एसएचओ और दो इंस्पेक्टर भी शामिल हैं। यूपी पुलिस के टॉप ऑफिसर्स को जांच में लगाया गया है। बुलंदशहर के डीएम एके सिंह ने पीडि़त को 50 हजार रुपये मुआवजा देने की बात कही है। इस मामले में यूपी एसटीएफ की मदद ली जा रही है।