ओपिनियन पोस्‍ट ।
केन्द्रीय आवास एवं नगर विकास मंत्री डॉ हरदीप सिंह पुरी ने राज्यसभा की सदस्यता के लिए बुधवार को नामांकन दाखिल किया। 
पुरी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पाण्डेय के साथ विधानभवन पहुंचे और नामांकन दाखिल किया

यह सीट गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पारिकर के इस्तीफे की वजह से रिक्त हुई है पूर्व रक्षा मंत्री पारिकर ने गोवा का मुख्यमंत्री बनने के बाद राज्यसभा की सदस्यता छोड़ दी थी हालांकि उनका कार्यकाल 25 नवम्बर 2020 तक था
मुख्यमंत्री ने पुरी के नामांकन के अवसर पर संवाददाताओं से कहा कि पुरी एक सक्षम व्यक्ति हैं और प्रशासनिक अधिकारी के तौर पर उनका लम्बा अनुभव है

पुरी ने कहा कि राज्यसभा में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करके उन्हें खुशी होगी वह इसे एक जिम्मेदारी के तौर पर ले रहे हैं और उसका निर्वाह करेंगे वह पहले मंत्री पद मिलने और अब राज्यसभा का प्रत्याशी बनाये जाने के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को धन्यवाद देते हैं

राजनयिक से राजनेता बने 65 वर्षीय पुरी को पिछले साल सितम्बर में केन्द्रीय आवास एवं नगर विकास मंत्री बनाया गया था चूंकि वह किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं, लिहाजा पद की शपथ लेने के बाद छह माह के अंदर उन्हें संसद के किसी सदन की सदस्यता लेना जरूरी है

वर्ष 1974 बैच के आईएफएस अधिकारी रहे पुरी संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रतिनिधि के रूप में सेवाएं दे चुके हैं। 
उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 312 विधायकों की मौजूदगी के मद्देनजर पुरी का इस राज्यसभा सीट पर निर्वाचन तय माना जा रहा है

निर्वाचन आयोग ने पिछले शुक्रवार को राज्यसभा उपचुनाव की घोषणा की थी इसके लिये नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख पांच जनवरी है उसके अगले दिन नामांकन पत्रों की जांच होगी, जबकि आठ जनवरी तक नाम वापस लिये जा सकेंगे. मतदान और मतगणना 16 जनवरी को होगी