देबदुलाल पहाड़ी
उत्तर प्रदेश सरकार उद्यमियों व निवेशकों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए उनको बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराएगी। इसके लिए सरकार एकल खिड़की प्रणाली विकसित कर रही है, जिसके अंतर्गत उनको सभी स्वीकृतियां आॅनलाइन उपलब्ध होंगी। अगले पांच वर्षों में प्रदेश में पांच लाख करोड़ रुपये का निवेश से रोजगार के 20 लाख अवसर सृजित होंगे।

यह जानकारी प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने दी। वह नई दिल्ली में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। मौका था अगले वर्ष 22 और 23 फरवरी को लखनऊ में प्रस्तावित इन्वेस्टर समिट-2018 के तहत प्रथम रोड शो का। उन्होंने बताया कि यह पहला रोडशो था। इसके अलावा अन्य शहरों- बंगलूर, अहमदाबाद, हैदराबाद, कोलकाता और मुंबई में भी इन्वेस्टर समिट को सफल बनाने के लिए रोडशो का आयोजन किया जाएगा। देश विदेश के प्रख्यात व्यापारिक घरानों और फिल्म निर्माण क्षेत्र में निवेश आमंत्रित करने के लिए 22 दिसंबर को मुंबई में प्रस्तावित रोडशो में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी भाग ले सकते हैं।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में औद्योगिक निवेश के लिए नई उद्योग नीति उद्यमियों से विचार-विमर्श के बाद बनाई गई है, जो निवेशकों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी। नई औद्योगिक नीति की कई देशों ने सराहना की है और प्रदेश अधिक से अधिक निवेश के लिए तैयार है।

श्री महाना ने कहा कि प्रदेश में विकास एवं निवेश की अपार संभावनाएं हैं। उत्तर प्रदेश से गुजरने वाला दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कोरीडोर, ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रंट कोरीडोर, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण से त्वरित आवागमन के साधन मुहैया होंगे। विभिन्न उत्पादों के औद्योगिक सेक्टर चिन्हित किए जा रहे हैं, जिससे निवेशकों को उद्योग स्थापित करने सहित आयात व निर्यात में सुगमता मिलेगी।

प्रदेश के अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय ने बताया कि नीदरलैंड समिट का लीडिंग पार्टनर है। समिट के दौरान रोडशो के आयोजन से विभिन्न प्रांतों के उद्योगपतियों एवं निवेशकों से बी-2-जी के लिए विचार विमर्श हो सकेगा, जिससे आयोजन को और अधिक सफल बनाने में सहायता मिलेगी। बुंदेलखंड एवं पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण से इस क्षेत्र के उद्यमियों को अपने उत्पाद देश की राजधानी में भेजने में सफलता मिलेगी। राज्य सरकार ने उद्यमियों की समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए प्रत्येक माह के प्रथम सोमवार को उद्योग बंधु की राज्यस्तरीय बैठक शुरू की है, जिसमें संबंधित विभागों के प्रमुख सचिव सहित औद्योगिक विकास प्राधिकरणों के सीईओ सहित वरिष्ठ अधिकारी भाग लेंगे। इसके अतिरिक्त मंडलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने अधीनस्थ उद्योग बंधु की बैठक आयोजित कर निवेशकों की समस्याओं का समाधान करें और उसमें कोई समस्या आए तो राज्य स्तर पर संदर्भित करें। जेवर एयरपोर्ट के निर्माण से प्रदेश में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा मिलेगा। रोडशो में निवेशकों एवं उद्यमियों से बी-2-बी, बी-2-जी सत्रों के दौरान पयर्टन, टेक्सटाइल, सोलर ऊर्जा, एविएशन, एमएसएमई, खाद्य प्रसंस्करण, सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स, फिल्म निर्माण, डेयरी उत्पादन आदि क्षेत्रों में निवेश करने और उद्यम स्थापना पर भी विचार-विमर्श किया गया। प्रसिद्ध उद्योगपति पंकज पटेल, सीएमडी कैडिला हेल्थ केयर यू एस भरतिया, सीएमडी इंडिया ग्लाइकोलस समीर गुप्ता, एमडी जैक्सन जगदीश खट्टर संस्थापक कार्नेसन आॅटो रमेश सूरी, सह संपादक शुब्रोज नरेश त्रेहन, मेदांता डॉ. पी एन अरोड़ा, यशोदा मेडीकेयर, मारुति सुजकी, डैक्कन एयर कन्डीशनिंग इंडिया, आईकेई ग्रुप, वालमार्ट इंडिया के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के उद्यमियों ने उद्यम स्थापना में रुचि प्रदर्शित की। बैठक में नई दिल्ली स्थित विभिन्न दूतावासों नीदरलैंड, यूएसए, नेपाल, मॉरीशस, जाम्बिया, कनाडा, चेकोस्लोवाकिया, स्पेन, फिजी, भूटान, म्यांयार, कोरिया, चीन आदि एशियाई यूरोपियन अमेरिकी, आस्ट्रेलियाई दूतावासों के प्रतिनिधियों के भाग लेते हुए प्रतिनिधित्व के अलावा विदेशी निवेश के बारे में भी विचार-विमर्श किया गया। रोडशो को अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास विभाग के प्रमुख सचिव आलोक सिन्हा, ग्रेटर नोएडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी और रेजिडेंट कमिश्नर देबाशीष पंडा ने भी संबोधित किया। सोमानी सिरेमिक्स के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्रीकांत सोमानी ने कहा कि समिट के आयोजन के संदर्भ में रोडशो उद्योग जगत के लिए उम्मीद है।

इस अवसर पर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने उप्र. इन्वेस्टर समिट के लोगो एवं वेबसाइट को जारी किया। प्रमुख सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास ने प्रदेश में निवेश के अवसरों पर एक प्रजेन्टेशन भी दिया। जैक्सन इंजीनियरर्स लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक समीर गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापित किया।