पिछले कुछ दिनों से देश के अलग-अलग हिस्सों में मूर्तियों को तोड़ने की घटनाएं बढ़ती ही जा रही हैं। गुरुवार को केरल के कन्नूर में महात्मा गाधी की मूर्ति को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई है। कुछ लोगों ने महात्मा गांधी की मूर्ति पर लगे चश्मे को तोड़ गिया। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।

बुधवार को ही खुद पीएम मोदी ने ऐसी घटनाओं पर नाराजगी जताते हुए गृहमंत्रालय से इस मामले में बात की थी और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी थी। लेकिन पीएम मोदी और गृहमंत्री की सख्ती के बाद भी दोबारा इस तरह की घटना सामने आई है।

मूर्तियों के तोड़ने का सिलसिला शुरू हुआ था 5 मार्च से जब त्रिपुरा में बीजेपी की जीत के बाद कुछ बीजेपी समर्थकों ने रूसी नेता लेनिन की मूर्ति को बुलडोजर से तोड़ दिया था।

त्रिपुरा के बाद मंगलवार को तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में समाज सुधारक और द्रविड़ आंदोलन के संस्थापक ई वी रामासामी “पेरियार” की प्रतिमा को निशाना बनाया गया।

तमिलनाडु के बाद बुधवार को कोलकाता के कालीघाट में जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया गया है। पुलिस ने इस मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार भी किया।