निशा शर्मा।
बड़े पर्दे पर कई अभिनेत्रियां हैं जिनकी बेटियां अब उन्ही के कदमों पर चल रही हैं उनमें से श्रीदेवी और सारिका भी हैं। दोनों का नाम इसलिए की इनमें कई समानताएं है। दोनों हिन्दी सिनेमा में अपने अभिनय का लोहा मनवा चुकी हैं तो वहीं दोनों ऐसी अभिनेत्रियां हैं जो बचपन से फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा तो रही हैं साथ ही दोनों आज भी सिनेमा जगत में सक्रीय हैं।
श्री देवी की फिल्म मॉम तो फिर से उन्हें सुर्खियों में ले आई है। जहां वह एक सौतेली मां का किरदार निभा रही हैं। फिल्म में उनके किरदार की तारीफ की जा रही है। अगर बात मॉम की हो रही है तो बता दें कि दोनों अभिनेत्रिया दो- दो बेटियों की मां हैं। श्री देवी की दोनों बेटियां जाहनवी और खुशी सिनेमा में ही अपना करियर बनाना चाहती हैं तो वहीं सारिका की दोनो बेटियां श्रुति और अश्ररा हसन फिल्मों में सक्रीय हैं।
बेटियों के फिल्म करियर चुनने पर सारिका कहती हैं कि समय बहुत तेजी से बदला है, आज हमारा सिनेमा भी बहुत बदल गया है। ऐसे में लड़कियों ने पहले से ज्यादा जगह सिनेमा में बनाई है और तरक्की की है। हमारी पीढ़ी कुछ और थी उस समय ज्यादा स्कोप नहीं थे फिल्म को लेकर लेकिन आज फिल्म तकनीक ने विकास किया है, लड़कियां के प्रति समाज का रवैया बदला है तो वहीं श्री देवी कहती हैं कि पहले तो मैं नहीं चाहती थी कि मेरी बेटियां फिल्मों में आएं, लेकिन जब मैंने सोचा की यही उनकी इच्छा है तो क्यों रोका जाए। आज की पीढ़ी समझदार ही नहीं है बल्कि मजबूत इरादों वाली और प्रतिभावान भी है।
श्रेदेवी और सारिका बेटियों को सलाह देने पर कहती हैं कि वैसे तो वह सलाह नहीं देती हैं। अगर हां उनकी बेटियां उनसे कुछ पूछती हैं तो जरुर बताने और समझाने की कोशिश करती हैं। वह मानती हैं कि उनकी और बेटियों की पीढ़ी में लंबा अंतराल है जिसके दौरान सिनेमा बड़ी तेजी से बदला है और बदले हुए समाज और सिनेमा को उनकी बेटियां बखूबी जानती हैं।