संध्या द्विवेदी। 

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्लाह के खिलाफ सोशल मीडिया पर एक जंग छिड़ गई है। चेतन जहां राष्ट्रभक्ति की मिसाल बन गये हैं वहीं फारुख को लोग राष्ट्रद्रोही करार दे रहे हैं।

फारुख

ट्विटर में # चेतन चीता के साथ  भारत की चट्टान बनाम अब्दुल्लाह के पत्थर चल रह है। एडवोकेट प्रज्ञा भूषण ट्विट करती हैं-एक ने राष्ट्र के लियो कोमा को हरा दिया मगर दूसरा राष्ट्र को कोमा में ले जाने के लिये कठिन परिश्रम कर रहा है। माउंट ऑफ इंडिया वर्सेज अब्दुल्लाहास् स्टोन्स।

इसी तरह का एक ट्विट भीष्म शर्मा के नाम से हुआ-एक ने वतन के खातिर कोमा को मात दे दिया दूसरा वोट के लिये वतन को कोमा में डालना चाहता है। भारत की चट्टान बनाम अब्दुल्लाह के पत्थर।

 

चेतन चीता

चेतन को भारत सरकार सम्मान देगी या नहीं यह तो बाद में तय होगा! लेकिन ट्विटर के जरिये लोग चेतन को कई वीरता भरे तमगे दे चुके हैं। एक ट्विट में कहा गया चीता नेवर लूज यानी चीता कभी हारता नहीं है।

  कई ट्विट की शुरुआत ही ब्रेवो यानी बहादुर शब्द से हुई है..।     सीआईएसएफ ने ट्विट किया है-

कई ट्विट ऐसे भी हुए हैं जिनमें फारुख अब्दुल्लाह को चरमपंथी, राष्ट्रविरोधी औऱ आतंकियों से सहानुभूती रखने वाला बताने के साथ लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।