संध्या द्विवेदी।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्लाह के खिलाफ सोशल मीडिया पर एक जंग छिड़ गई है। चेतन जहां राष्ट्रभक्ति की मिसाल बन गये हैं वहीं फारुख को लोग राष्ट्रद्रोही करार दे रहे हैं।
ट्विटर में # चेतन चीता के साथ भारत की चट्टान बनाम अब्दुल्लाह के पत्थर चल रह है। एडवोकेट प्रज्ञा भूषण ट्विट करती हैं-एक ने राष्ट्र के लियो कोमा को हरा दिया मगर दूसरा राष्ट्र को कोमा में ले जाने के लिये कठिन परिश्रम कर रहा है। माउंट ऑफ इंडिया वर्सेज अब्दुल्लाहास् स्टोन्स।
One defeated Coma for the nation, another working hard to taking nation in Coma
Mountain of India Vs. Abdullah’s stones#ChetanCheetah— Adv. Pragya Bhushan (@pragya_bhushan) April 5, 2017
इसी तरह का एक ट्विट भीष्म शर्मा के नाम से हुआ-एक ने वतन के खातिर कोमा को मात दे दिया दूसरा वोट के लिये वतन को कोमा में डालना चाहता है। भारत की चट्टान बनाम अब्दुल्लाह के पत्थर।
@_nmishra @RPDULAR @kapoorashok25 @get2dubey @kds_lions @schaturvedi2016 @MunnabhaiKpp @tanhadil1981 @neelu1961 @dr_amitpandey @kunjanpankaj @sevtamatar @mayankforbjp @Gyan198 @SarojShrnM @DheerajPandeyG @YtharthC @IntolerantMano2 एक ने वतन की ख़ातिर कोमा को मात दी। दूसरा वोट के लिए वतन को कोमा में डालना चाहता है। भारत की चट्टान vs. अब्दुल्ला के पत्थर #ChetanCheetah — मुजाहेदीन مجاہدین (@bhisamsharma) April 6, 2017
चेतन को भारत सरकार सम्मान देगी या नहीं यह तो बाद में तय होगा! लेकिन ट्विटर के जरिये लोग चेतन को कई वीरता भरे तमगे दे चुके हैं। एक ट्विट में कहा गया चीता नेवर लूज यानी चीता कभी हारता नहीं है।
“Cheetah Never Loose” #ChetanCheetah pic.twitter.com/yjQ6QdgMrc
— Ajay K. Pandey 🇮🇳 (@ajaykumar2697) April 6, 2017
कई ट्विट की शुरुआत ही ब्रेवो यानी बहादुर शब्द से हुई है..। सीआईएसएफ ने ट्विट किया है-
#CISF smiles as the Cheetah roars once again. ! Go Warrior ! #ChetanCheetah #CRPF — [email protected] (@CISFHQrs) April 6, 2017
कई ट्विट ऐसे भी हुए हैं जिनमें फारुख अब्दुल्लाह को चरमपंथी, राष्ट्रविरोधी औऱ आतंकियों से सहानुभूती रखने वाला बताने के साथ लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
Farooq Abdullah is the biggest terrorist sympathiser in India
He oversee largest hindu Genocide in Kashmir as J&K CM in 80-90s pic.twitter.com/xlvf84XjEA— Rishi Bagree (@rishibagree) April 5, 2017