नई दिल्‍ली।

आईटीबीपी के जवान अब बर्फीले इलाके में आसानी से कहीं भी आ जा सकते हैं। पहली बार आईटीबीपी को ऐसे पांच स्कूटर दिए गए हैं, जो बर्फ पर भी 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकते हैं। इस पर एक जवान हथियार के साथ बैठ सकता है। ये 45 डिग्री ढलान पर भी आसानी से चल सकता है।

बर्फ पर आसानी से चलने वाले इस स्कूटर का वजन करीब 280 किलो है जिसे चेनकेस बेल्टों के सहारे चलाया जाता है। इसमे पीछे चेन लगी है जो बर्फ को काटेगी और आगे कंट्रोल करने के लिए स्नो लगा है। इसमें 40 लीटर की पेट्रोल टंकी है। यह एक घंटे में 20 से 30 किलोमीटर तक आसानी से जा सकता है।

चीन से लगी सरहद पर तैनात आईटीबीपी के जवान अब स्नो स्कूटर से गश्त लगाएंगे। इनमें से दो लद्दाख,  दो उत्तराखंड और एक सिक्किम में तैनात किए जाएंगे। फिलहाल उत्तराखंड के औली में जवानों को इसको चलाने के लिए विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है। अगर ट्रायल सफल रहा तो आईटीबीपी में ऐसे और भी स्कूटर लिए जाएंगे।

करीब 14 हजार फीट ऊंचाई पर बर्फ पर चलने वाले ये स्कूटर अमेरिका की कंपनी पोलारिस से खरीदे गए हैं। करीब 75 लाख की लागत से खरीदे गए इस स्कूटर पर दो जवान बैठ सकते हैं। अब तक देश में कई जगहों पर इस स्कूटर का इस्तेमाल ट्रेनिंग और टूरिज्म के लिए होता था। इस अत्याधुनिक स्‍कूटर का इस्‍तेमाल आईटीबीपी के जवान करेंगे। करीब 80 हजार जवान चीन से लगी सीमा पर तैनात हैं। कई चौकियां तो 14 हजार फीट से ज्यादा ऊंचाई पर हैं।

पहले ऐसे इलाकों में कहीं जाने के लिए कई घंटे जवानों को लग जाते थे और अब वे मिनटों में इसके जरिये कहीं भी फटाफट जा सकते हैं। आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडेय के मुताबिक ऐसे स्कूटर से काफी ऊंचाई वाले इलाकों में जवानों की क्षमता काफी बढ़ जाती है और अपनी जिम्मेदारी वे बेहतर तरीके से निभा सकते हैं।