कांग्रेस के प्रशांत किशोर और भाजपा के रजत सेठी जैसे चुनावी रणनीतिकारों की काट के लिए समाजवादी पार्टी ने फिरंगी चुनावी रणनीतिकार स्टीव जार्डिंग को आधिकारिक रूप से नियुक्त करने की घोषणा कर दी है। अंतरराषट्रीय चुनावी रणनीति के माहिर जार्डिंग इस समय अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेट उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उनके अलावा वे कई और अंतरराष्ट्रीय नेताओं के सलाहकार रह चुके हैं। उनकी टीम सीधे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को रिपोर्ट करेगी।
दूसरी बार सरकार बनने का दिया भरोसा
दुनिया के दिग्गज राजनीतिक रणनीतिकारों में एक माने जाने वाले जार्डिंग पहले से अखिलेश सरकार को जरूरी मसलों पर सलाह देते रहे हैं। फिल्म अभिनेत्री विद्या बालन को समाजवादी पेंशन योजना का ब्रांड एंबेसडर बनाने की सलाह उन्होंने ही दी थी। जार्डिंग ने यूपी में लगातार दूसरी बार सपा सरकार बनने का भरोसा अखिलेश यादव को दिलाया है। जार्डिंग का कहना है कि सीएम अखिलेश यादव के पास युवाओं और गांव के लोगों के साथ संवाद करने का प्रभावी अंदाज हैं। साथ ही लोग उन्हें विकास के लिए समर्पित शख्स की तरह देखते हैं। जार्डिंग ने सीएम को सलाह दी है कि स्थानीय स्तर पर लोगों से उनकी राय मंगवाई जाए। साथ ही उन्होंने सभी विधानसभा क्षेत्र से भी लोगों की राय के मुताबिक कुछ स्थानीय घोषणाएं करने की राय दी है।
जार्डिंग यूपी में सपा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित भी करेंगे। इस दौरान वे कार्यकर्ताओं को लोगों से असरदार तरीके से बात करने और स्थानीय मुद्दों को भी विभिन्न स्तर पर सुलझाने के गुर सिखाएंगे। उनकी टीम गांव-गांव में प्रचार करेगी और सीएम ऑफिस को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। जार्डिंग गांवों में जाकर गरीबों के साथ उनके घर में रह रहे हैं। जार्डिंग ने गांववालों के साथ रहने के बाद सीएम को अपनी रिपोर्ट भी दी। जार्डिंग हार्वर्ड केनेडी स्कूल में पब्लिक पॉलिसी पढ़ाते हैं और 1980 से कैंपेनर, मैनेजर, राजनीतिक सलाहकार, रणनीतिकार के तौर पर काम कर रहे हैं। हिलेरी क्लिंटन के अलावा पूर्व अमेरिकी उपराष्ट्रपति अल गोर और स्पेन के पीएम मारिआनो रैजॉय भी उनके क्लाइंट में शामिल हैं।
कल्याणकारी योजनाओं पर जोर
लोगों के बीच सपा की पकड़ मजबूत बनाने के लिए जार्डिंग ने सबसे पहले सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार अभियान को फिर से डिजाइन किया। विद्या बालन को समाजवादी पेंशन योजना के विज्ञापन ​में लाया गया। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की पेंशन योजना की पहुंच कई जगहों तक हैं लेकिन समस्या यह है कि इसके लाभ ले रहे लोगों को यह पता ही नहीं कि यह योजना राज्य की है या केंद्र की। इसलिए उन्होंने सरकारी योजनाओं के प्रचार का सुझाव दिया है।
​अखिलेश सरकार की छवि चमकाने के लिए जार्डिंग इन दिनों लखनऊ में ही मौजूद हैं। जार्डिंग का कहना है कि राज्य के युवा अखिलेश यादव से बेहद प्रभावित हैं।
अलग-अलग घोषणापत्र
उनका मानना है कि भारत के सबसे ​बड़े राज्य में एक ही चुनावी घोषणापत्र काम नहीं आ सकता। जैसे गन्ने का सही भुगतान न होना पश्चिमी यूपी का मसला हो सकता है लेकिन बुंदेलखंड का नहीं। इसलिए सपा को हर क्षेत्र के लिए अलग कार्यक्रम तैयार करना होगा।
दिलचस्प होगा मुकाबला

Steve-Jarding--देश के चुनावी इतिहास में यह पहली बार होगा जब उत्तर प्रदेश की तीन प्रमुख पार्टियां रणनीतिकारों के सहारे चुनाव मैदान में उतरेंगी। कांग्रेस की चुनावी रणनीति बनाने का जिम्मा जहां प्रशांत किशोर के हाथ में है वहीं सपा स्टीव जार्डिंग के भरोसे चुनावी जंग जीतने का सपना देख रही है। भाजपा ने अभी तक अपने रणनीतिकार की आधिकारिक घोषणा नहीं की है मगर माना जा रहा है कि उसकी ओर से यह जिम्मा रजत सेठी निभाएंगे जिन्होंने असम में भाजपा की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। असम चुनाव में भी भाजपा ने सेठी के नाम की आधिकारिक घोषणा नहीं की थी मगर उन्हें बहुत पहले से काम पर लगा रखा था। ऐसे में इस बार यूपी की बिसात पर न सिर्फ राजनीतिक पार्टियों का सबकुछ दांव पर लगा हुआ है बल्कि चुनावी रणनीतिकारों के बीच भी कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी। प्रशांत किशोर और रजत सेठी पहले ही अपनी रणनीति का लोहा मनवा चुके हैं। अब बारी स्टीव जार्डिंग की है। देखना है कि अंतरराष्ट्रीय चुनावी रणनीतिकार देसी दिग्गजों को कैसे पटखनी देते हैं।