up expressway

सडक़ संचार का महत्वपूर्ण साधन है. सडक़ें न सिर्फ यातायात, बल्कि रोजगार, व्यापार में तरक्की का भी महत्वपूर्ण साधन हैं.योगी सरकार द्वारा पिछले 22 महीने में पूरे प्रदेश में सडक़ नेटवर्क सुदृढ़ करने और नए एक्सप्रेस-वे निर्माण को हरी झंड़ी दी गई है.

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे चार लेन का होगा, जो झांसी से शुरू होकर इटावा में खत्म होगा. बुंदेलखंड परियोजना के अंतर्गत यह यूपी का पहला ऐसा एक्सप्रेस-वे होगा, जो राज्य के सबसे पिछड़े जिलों मसलन चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर, जालौन और औरैया को आपस में जोड़ेगा.

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे
प्रदेश के पूर्वी क्षेत्रों के विकास के लिए राज्य सरकार ने राजधानी (लखनऊ) से एक और एक्सप्रेस-वे बनाने की परियोजना तैयार की है, जो आजमगढ़ से होते हुए पूर्वी क्षेत्रों से जुड़ा होगा. इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण के साथ ही पूर्वी क्षेत्र न सिर्फ प्रदेश के अन्य शहरों से जुड़ जाएंगे, बल्कि अन्य एक्सप्रेस-वे के माध्यम से देश की राजधानी से भी जुड़ जाएंगे. इस एक्सप्रेस-वे की अनुमानित कुल लंबाई 353.406 किलोमीटर होगी और यात्रा का अनुमानित समय पांच घंटे होगा. इस एक्सप्रेस-वे की कुल अनुमानित लागत 23,349 करोड़ रुपये है. एक्सप्रेस-वे वाराणसी से एक अलग लिंक से जोड़ा जाना प्रास्तावित है.