वीरेंद्र नाथ भट्ट।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भूमिका को लेकर अटकलों के दौर के बाद शुक्रवार को प्रियंका गांधी ने अपने भाई राहुल गांधी के साथ रायबरेली में चुनाव प्रचार किया। प्रियंका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश को बाहर से नेता गोद लेने की क्या जरूरत है। सोनिया गांधी रायबरेली से सांसद हैं। उन्‍हें समाजवादी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन का सूत्रधार माना जाता है।

कांग्रेस के दोनों नेताओं ने प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार की नीतियों पर हमला बोला। प्रियंका ने अपने चार मिनट के संक्षिप्त भाषण में नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। प्रियंका ने महाराजगंज में हुई रैली में कहा कि मोदी जी कहते हैं कि उत्तर प्रदेश ने उन्हें गोद लिया,  लेकिन यूपी को  बाहर से नेता गोद लेने की क्या जरूरत है,  क्या उत्तर प्रदेश में युवा  नेता नहीं हैं जो प्रदेश का विकास कर सकें और आगे ले जा सकें। दो युवा नेता राहुल और अखिलेश जी आपके समाने हैं। उत्तर प्रदेश का हर युवा नेता बन सकता है।

प्रियंका ने कहा कि प्रदेश के लोगों को ऐसे नेता की बात पर ध्यान नहीं देना चाहिए जिसने तमाम वादे किए लेकिन पूरे नहीं किए। प्रियंका ने अपील की कि सपा-कांग्रेस गठबंधन को वोट देकर विजयी बनाएं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 फरवरी को हरदोई में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि भगवान कृष्ण का जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ था लेकिन गुजरात उनकी कर्मभूमि थी। मेरा जन्म गुजरात में हुआ था और यूपी ने मुझे गोद लिया है।

प्रियंका ने राहुल और अखिलेश यादव के गठबंधन को जिताने और  समर्थन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री अपने भाषण में महिलाओं और बेटियों पर अत्याचार की बात करते हैं,  लेकिन उन्होंने ताली बजाकर नोटबंदी का फैसला ले लिया और महिलाओं-बेटियों को लाइनों में खड़ा कर उन पर अत्याचार किया।

इससे पहले राहुल ने रायबरेली में कहा- ‘मोदी ने बनारस में कहा-गंगा मेरी मां है,  मैं उनका बेटा हूं,  बोले कि बनारस को बदल दूंगा। मैं कहना चाहता हूं कि रिश्ता बताने से नहीं,  निभाने से बनता है।’