गुरुग्राम से दिल्‍ली सफर होगा आसान, मुंबई 12 घंटे में

नई दिल्ली।

गुरुग्राम से दिल्‍ली और मुंबई का सफर आसान होने जा रहा है। इसके लिए केंद्र सरकार ने विधिवत मारटर प्‍लान तैयार किया है, जिसके तहत गुरुग्राम और मुंबई को जोड़ने के लिए एक्सप्रेस-वे बनाया जाएगा और दिल्ली के धौलाकुआं से मानेसर तक हवा में चलने वाली मेट्रिनों पॉड टैक्सी चलाई जाएगी।

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि दिल्ली के धौलाकुआं से मानेसर तक हवा में चलने वाली मेट्रिनों पॉड टैक्सी चलाने का कार्य अगले डेढ़ महीने में शुरू हो जाएगा। गुरुग्राम होते हुए दिल्ली से अलवर-सवाई माधोपुर-वडोदरा के रास्ते मुंबई तक एक्प्रेस हाइवे बनाया जाएगा, जिसके प्रथम चरण का वडोदरा से मुंबई तक के मार्ग के लगभग 44 हजार करोड़ के टेंडर हो चुके हैं। इस एक्सप्रेस हाइवे पर लगभग एक लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे।

उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि इसके लिए तीन कंपनियों के टेंडर आए हैं और असेसमेंट चल रहा है। हवा में टैक्सी के आने जाने की सुविधा लोगों को मिलेगी तो सड़क पर जाम कम लगेगा। दिल्ली-जयपुर, दिल्ली-चंडीगढ़ आदि मार्गों पर डबल डेकर बस चलेगी, जिसमें हवाई जहाज की तरह जलपान व खाने-पीने की व्यवस्था होगी।

गुरुग्राम में राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर-8 पर शंकर चौक के पास एंबियंस मॉल की तरफ जाने के लिए फलाईओवर बनाया जाएगा जिस पर लगभग 170 करोड़ रुपये खर्च होंगे। गडकरी ने कहा कि दिल्ली का नया रिंग रोड तैयार होने के बाद दिल्ली और गुरुग्राम की यातायात जाम की 50 प्रतिशत समस्या वैसे ही दूर हो जाएगी।

उन्‍होंने कहा कि ऐसी व्यवस्था करने जा रहे हैं कि टोल पर वाहन चालक को कहीं भी रुकना नहीं पड़ेगा और वहां से गुजरते ही टोल की फीस उनके बैंक खाते से स्वत: कट जाएगी। ऐसी व्यवस्था दक्षिण कोरिया में है। जल्द ही नई व्यवस्था के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।

गडकरी ने किसानों का आह्वान किया कि वे गेहूं की कटाई के बाद बचने वाली पराली (खुंटी) को न जलाएं क्योंकि एक टन पराली से लगभग 280 लीटर इथेनोल बनता है, जो ग्रीन फ्युअल है। पराली को बेचकर किसान फायदा कमा सकते हैं। यह प्रयोग महाराष्ट्र के नागपुर में सफलता से चल रहा है जहां पर पेट्रोल व डीजल में 25 प्रतिशत इथेनोल मिलाकर प्रदूषण के स्तर को कम किया गया है।

एक्सप्रेस वे बनने से गुरुग्राम और मुंबई के बीच की दूरी 1450 किलोमीटर से घटकर 1250 हो जाएगी। दूरी 200 किलोमीटर कम हो जाने से यात्री मुंबई सिर्फ 12 घंटे में पहुंच सकेंगे। फिलहाल दिल्ली से मुंबई जाने में करीब 24 घंटे का वक्त लग जाता है। एक्सप्रेस वे के बन जाने पर जो ट्रेवल टाइम लगेगा वो ट्रेन की यात्रा से भी कम होगा।

दिल्ली से मुंबई के बीच सबसे जल्दी पहुंचाने वाली मुंबई-राजधानी भी करीब 16 घंटे का वक्त लेती है। शेष ट्रेनें 17 घंटे से लेकर 32 घंटे तक कस समय लेतीं हैं। एक्सप्रेस वे के वडोदरा-सूरत के बीच के रूट के लिए टेंडर दे दिया गया है। कुछ दिनों में सूरत-मुंबई तक के रास्ते के लिए भी टेंडर निकाल दिया जाएगा। इस एक्सप्रेस वे के बनने से राजस्थान, मध्य प्रदेश और हरियाणा के कई पिछड़े जिलों को विकास का अवसर मिलेगा और वहां की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा।

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