मन की बात में स्वच्छता और स्वास्थ पर पीएम मोदी ने दिल जीता

ओपिनियन पोस्ट
नई दिल्ली। चुनाव में बीजेपी को मिली जबर्रदस्त सफलता के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार अपने 30वें मन की बात कार्यक्रम में देश की जनता को संबोधित किया। हालांकि, उन्होंने चुनाव का जिक्र बिल्कुल भी नहीं किया और दूसरे अन्य विषयों पर अपने विचार रखे। पीएम मोदी ने मन की बात में जो भी बातें की उसने आज फिर देशवासियों का दिल जीत लिए। कार्यक्रम में उनका जोर न्यू इंडिया पर रहा ।
पीएम मोदी ने सबसे पहले बांग्लादेश को स्वतंत्रता दिवस पर शुभकामनाएं दी। 26 मार्च के ही दिन पाकिस्तान से अलग होकर बांग्लादेश नए देश के रूप में उभरा। पीएम ने नोटबंदी का भी जिक्र करते हुए कहा कि डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने की जरूरत है।
पीएम ने मन की बात में जिन मुद्दों का जिक्र करते हुए बात की उन पर संक्षेप में एक नजर
हमारे देश में कामकाजी महिलाओं की संख्या बढ़ रही है। माताओं और बहनों से भी मैं ज़रूर आज एक बात करना चाहूँगा पिछले दिनों भारत सरकार ने एक बहुत बड़ा फ़ैसला किया है। अब उन्हें 26 हफ्तों का मातृत्व अवकाश मिलेगा। पहले यह 12 हफ्तों का था।
मैं देशवासियों से कहना चाहूंगा कि ऐसा नहीं है कि डिप्रेशन से मुक्ति नहीं मिल सकती है। डिप्रेशन में सप्रेशन की जगह एक्सप्रेशन जरूरी है। अपने साथियों के बीच, परिवार, टीचर के बीच खुल कर के कहिए आपको क्या हो रहा है। दुनिया में 35 करोड़ लोग डिप्रेशन में।
7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस है। इस बार संयुक्त राष्ट्र ने विश्व स्वास्थ्य दिवस पर डिप्रेशन विषय पर फोकस किया है
चाहता हूं,सवा-सौ करोड़ देशवासियों के मन में गंदगी के प्रति गुस्सा पैदा हो। खाने की बर्बादी न की जाए। प्लेट में उतना ही खाना लें जितना खा सके।
लोग हफ्ते में एक दिन पेट्रोल, डीजल का उपयोग छोड़े। डेढ़ करोड़ लोगों ने भीम ऐप को डाउनलोड किया। डिजिटल उपयोग का बढ़ावा देने की जरूरत। यह देश सेवा होगी
न्यू इंडिया कोई सरकारी या पार्टी का कार्यक्रम नहीं, आज देशवासियों में नई उमंग है। सभी देशवासी अगर संकल्प करें और मिलकर कदम उठाते चलें, तो न्यू इंडिया का सपना हमारे सामने सच हो सकता है
10 अप्रैल, 1917 को महात्मा गांधी ने चंपारण सत्याग्रह शुरू किया था। गाँधी ने एक सिक्के के दो पहलू बना दिए थे, एक सिक्के का एक पहलू संघर्ष, तो दूसरा पहलू सृजन। एक बड़ा अद्भुत बैलेंस गांधी की कार्य-शैली में था। यह चंपारण सत्याग्रह का शताब्दी वर्ष है।
भगत सिंह हम सभी की प्रेरणा हैं। भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू ने जान की परवाह किए बगैर देश की सेवा की
बांग्लादेश के राष्ट्रीय गान की आलोचना रवींद्रनाथ टैगोर ने की। हमें गर्व है कि रवीन्द्रनाथ टैगोर, उनकी यादें, हमारी एक साझी विरासत है
नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी
बता दें कि इसरो ने हाल में कई सफल मिशन पूरे किए हैं। ‘मंगलयान’ के बाद पिछले दिनों इसरो ने कई देशों के 104 उपग्रह सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में भेज विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया था।
साथ ही पीएम ने दृष्टिहीनों के टी-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारतीय टीम को मिली ऐतिहासिक जीत पर भी बधाई दी थी।

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