पारिवारिक कार्यक्रम नहीं, आम लोगों का जश्न बना ‘गोरखपुर महोत्सव’

निशा शर्मा।

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में तीन दिनों तक चलने वाले गोरखपुर महोत्सव का आगाज बॉलीवुड के प्रसिद़ध गायक शंकर महादेवन की मंत्रमुग्ध करने वाली आवाज़ से हुआ। गुरुवार शाम गणेश वंदना के बाद शुरू हुए कार्यक्रम में शंकर महादेवन ने ‘कोई कहता रहे हमको दीवाना…’, ‘जिंदगी नहीं मिलेगी दोबारा…’ और ‘वोह प्रिटी वीमेन…’ जैसे गानों से शुरुआत की। समय बीतने के साथ शंकर महादेवन को सुनने की लोगों की बेताबी बढ़ती गई। देर रात तक महादेवन ने लोगों को अपने सुरों के जादू से बांधे रखा।

यूपी में गोरखपुर महोत्सव से पहले सैफई महोत्सव का आयोजन किया जाता था। जिसे अखिलेश यादव आयोजित करते थे। सैफई 1997 से लगातार होता आ रहा है। हालांकि इस बार पार्टी की अंदरुनी कलह के चलते आयोजित नहीं किया गया।

गोरखपुर महोत्सव एक सांस्कृतिक कार्यक्रम है, और इस मायने में सैफई से अलग है। सैफई महोत्सव में सिर्फ बॉलीवुड का तड़का लगता था साथ ही यह महोत्सव यादव परिवार का पारिवारिक कार्यक्रम हुआ करता था, वहीं गोरखपुर महोत्सव राज्य सरकार द्वारा आयोजित है।

बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखपुर मंदिर के प्रमुख पंडित भी हैं। यह महोत्सव शनिवार को खत्म हो रहा है। पूर्वी यूपी के किसी कस्बे में यह अपनी तरह का पहला फेस्टिवल होगा।

आयोजकों के मुताबिक एक्टर रवि किशन, गायिका व पदमश्री से सम्मानित मालिनी अवस्थी और गायक शान भी कार्यक्रम में शामिल होंगे। ज्यादातर कार्यक्रम गोरखपुर यूनिवर्सिटी में होंगे या फिर गोरखपुर मंदिर में।

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