नई दिल्ली। कश्मीर में सेना के साथ हुई मुठभेड़ में जिंदा पकड़े गए आतंकी बहादुर अली से पूछताछ शुरू हो गई है। उसने लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों के मास्टरप्लान की जानकारी सुरक्षा एजेंसियों को दे दी है और कबूल किया है कि वह लाहौर का रहने वाला है। उसने बताया है कि उसे 21 दिन की वह विशेष ट्रेनिंग दी गई थी, जिसके जरिये पाकिस्तान में आत्मघाती दस्ते तैयार किए जाते हैं। उसके कबूलनामे से पाकिस्तान की ‘ना’पाक साजिश बेनकाब हो गई है। इसके साथ ही जम्मू कश्मीर में आतंकवाद फैलाने वाले पाकिस्तान की सच्चाई एक बार फिर सबके सामने आ गई है। उसने यह भी बताया है कि उसने पाकिस्तान में आतंकी ट्रेनिंग ली है और लश्कर ने उसे भारत भेजा है। बहादुर अली एनआईए की कस्टडी में है और एनआईए उसे पूछताछ के लिए दिल्ली लेकर आई है। बहादुर अली का कबूलनामा मोबाइल फोन पर रिकॉर्ड है। जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में सेना से मुठभेड़ के दौरान बहादुर अली पकड़ा गया था।
पाकिस्तान का असली चेहरा एक बार फिर सामने तो आ ही गया है, आतंकी के रूप में कई राज भी भारत के हाथ लगे हैं। अलग-अलग एजेंसियां अब उससे सच्चाई उगलवाने में लगी हैं। वे किस खास मकसद से भारत आए थे इस बात का भी खुलासा होगा। इससे पहले इसी तरह से आतंकियों ने घुसपैठ कर पठानकोट और उससे पहले पंजाब के ही एक थाने पर हमला किया था।
गौरतलब है कि कारगिल विजय दिवस पर सीमा लांघने की कोशिश में जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में जवानों ने मंगलवार को चार आतंकियों को मार गिराया गया था। इसके साथ सेना ने एक आतंकी को जिंदा पकड़ा था। बहादुर अली नाम के इस जिंदा आतंकी की एक तस्वीर जारी की गई थी। इसके साथ ही भारत के पास अब पाकिस्तान के नापाक इरादों का जिंदा सबूत उपलब्ध है। आतंकियों का यह समूह देश की सीमा में दाखिल होने की कोशिश कर रहा था। उसी समय गश्त कर रहे जवानों की नजर उन आतंकियों पर पड़ी। इसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। इसमें चार को तो मार दिया गया लेकिन बड़ी सफलता तब मिली जब एक आतंकी को जिंदा पकड़ लिया गया।