फिल्म पद्मावत के तुरंत बाद अब राजस्थान में फिल्म मणिकर्णिका को लेकर विरोध शुरू हो गया है। फिल्म का मूल विरोध राज्य की सर्व ब्राह्मण सभा कर रही है। हालांकि इस विरोध में करणी सेना भी शामिल है। ब्राह्मण सभा झांसी की रानी लक्ष्मीबाई पर बन रही इस फिल्म के कुछ दृश्यों पर आपत्ति है। सर्व ब्राह्मण महासभा का कहना है कि रानी लक्ष्मीबाई का चित्रण फिल्म में आपत्तिजनक तरीके से किया जा रहा है। उनकी जीवनी में तथ्यों से छेड़छाड़ की गई है और ऐसी बातें फिल्म में दिखाए जाने की बात पता चली है, जो ब्राह्मण महासभा को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं।

ब्राह्मणों का कहना है कि रानी लक्ष्मीबाई ब्राह्मण परिवार में पैदा हुईं थीं। उनका जन्म वाराणसी जिले के भदैनी में 19 नवम्बर 1828 को हुआ। उनका बचपन का नाम मणिकर्णिका था। लेकिन उन्हें मनु भी कहा जाता था। उनके पिता मोरोपन्त तांबे मराठा बाजीराव की सेवा में थे।

सन् 1842 में मनु का विवाह झांसी के मराठा शासक राजा गंगाधर राव नेवालकर के साथ हुआ। वो झांसी की रानी बनीं। विवाह के बाद उनका नाम लक्ष्मीबाई रखा गया। 21 नवम्बर 1853 को उनके पति राजा गंगाधर राव की मृत्यु हो गयी।

जब फिल्म पद्मावत का पूरे राजस्थान में विरोध चल रहा था तब सर्व ब्राह्मण महासभा ने करणी सेना का साथ दिया था। अब उसी के बदले करणी सेना उनका साथ दे रही है।