मायावती और उनके भाई आनंद कुमार फिर सवालों के घेरे में

बसपा सुप्रीमो मायावती और उनके भाई आनंद कुमार फिर सुर्खियों में हैं। खबर है कि मायावती के राजकाल में उनके भाई के बिजनैस ने काफी तेज रफ्तार पकड़ी। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक इनकम टैक्स के दस्तावेज बता रहे हैं कि 2007 से लेकर 2014 तक आनंद कुमार के बिजनेस ने जो रफ्तार हासिल की, वैसी देश में शायद ही किसी बिजनेसमैन ने हासिल की होगी। उनकी कंपनियों ने इस दौरान मुनाफे में 7.5 करोड़ रुपए से 1,316 करोड़ रुपए तक की ऊंचाई हासिल की। दिलचस्प बात ये है कि इसी दौरान 2007 से 2012 तक यूपी की सीएम मायावती थीं।

पिछले दिनों आनंद कुमार उस वक्त खबरों में आ गए थे, जब ईडी ने मायावती के भाई के अकाउंट में 1.43 करोड़ और बीएसपी से जुड़े एक खाते में 104 करोड़ रुपये जमा होने का पता लगाया था।

रिपोर्ट के मुताबिक, ये रुपए 8 नवंबर को नोटबंदी के बाद खातों में जमा किए गए। इस बात का भी शक जताया गया है कि बीएसपी और मायावती के भाई के खातों में हवाला लेनदेन के जरिए पैसा पहुंचा।

हालांकि मायावती इसे पूरी तरह खारिज कर चुकी हैं और कहती हैं कि उनके भाई से मिली जानकारी के अनुसार जो भी राशि बैंकों में जमा कराई गई, उसमें नियमों का पूरा ध्यान रखा गया है।

प्राईवेट चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक 2007 से 2014 के बीच आनंद कुमार की नेटवर्थ 7.5 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,316 करोड़ रुपए हो गई। चैनल ने ये दावा इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की डिटेल्स के आधार पर किया है। दावा है कि कागजों पर कंपनियां बनाए जाने, करोड़ों का संदिग्ध लोन लेने और रियल एस्टेट सेक्टर में बड़े पैमाने पर निवेश किए जाने की बात सामने आई है। पता चला है कि कई कंपनियों के कई शेयरहोल्डर कंपनियों का वजूद सिर्फ कागजों पर है। कई हिस्सेदार कंपनियों के डायरेक्टर एक ही पाए गए। यही नहीं कंपनियों के एड्रेस भी फर्जी पाए गए।

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