संध्या द्विवेदी।

दुनिया की सबसे लंबी भूख हड़ताल करने वाली इरोम शर्मिला की राजनीतिक पार्टी पिपुल रिसर्जेंस एंड जस्टिस एलायंस (प्रजा) चुनाव लड़ने को तैयार है। मगर उनकी तरह उनकी पार्टी भी दूसरी राजनीतिक पार्टियों से अलग हटकर चुनाव की तैयारी कर रही है। यह पार्टी लोगों के लिए लोगों के द्वारा मिला आर्थिक मदद से चुनाव लड़ेगी।

चुनाव कन्विनर इरेंदो लिच्छोबैम ने बताया कि उनकी पार्टी किसी कारपोरेट घराने के नहीं बल्कि आम लोगों की आर्थिक मदद से चुनाव लड़ेगी। इसके लिए अभियान शुरू हो चुका है। अभी तक तय रकम का 20 प्रतिशत इकट्ठा हुआ है। दरअसल यह चंदा वह कैटो फंडिंग से इकट्ठा कर रहे हैं। कैटोफंडिंग ऑन लाइन चलाया गया एक अभियान होता है। इसमें हम अपना लक्ष्य और जरूरत तय कर लोगों से आर्थिक मदद मांगते हैं। जिन्हें आपका मकसद ठीक लगता है वह आपको ऑनलाइन मदद कर सकते हैं।

इरेंदो ने बताया कि इरोम शर्मिला ने आर्म्ड फोर्सेस स्पेशल पॉवर एक्ट (आफ्सपा) के खिलाफ भूख हड़ताल शुरू की थी। मगर 16 साल बाद भी उनकी मांग नहीं सुनी गई। इसलिए लोकतंत्र के सबसे बड़े औजार चुनाव का इस्तेमाल कर वह अब इस क्रूर कानून के खिलाफ लड़ने की तैयारी कर चुकी हैं।

इरोम शर्मिला के चुनावी वादों में आफ्सपा को खत्म करना सबसे पहले नंबर पर है। दूसरे नंबर पर युवाओं में बढ़ रहे नशे के चलन को खत्म करना है। इसके लिए रोजगार पैदा करने कई विकल्प तलाशे जाएंगे। इरेंदो ने बताया देश में पहली ऐसी राजनीतिक पार्टी है जो किसी कारपोरेट घराने की रकम से नहीं बल्कि लोगों के पैसे से चुनाव लड़ने की पहल कर रही है। उन्होंने बताया कि साल 2016 में 366 दिन में 258 दिन मणिपुर किसी न किसी वजह से बंद रहा।इरोम शर्मिला