नई दिल्ली।

जीएसटी लागू होने के बाद बाजार झूम उठा है। सेंसेक्स 300 अंक से ज्यादा की तेजी के साथ 31,230 के स्तर पर कारोबार कर रहा है, तो निफ्टी 91 अंक की बढ़त के साथ 9,612 के स्तर पर है। उपभोक्‍ताओं के लिए जीएसटी किसी तोहफे से कम नहीं है, क्‍योंकि तमाम आवश्‍यक उपभोक्‍ता वस्‍तुओं के दाम कम किए जाने के ऐलान किए जा रहे हैं।

उससे उपभोक्‍ताओं को राहत मिल रही है, लेकिन घरेलू सिलेंडर के दाम बढ़ गए हैं जिससे आम आदमी को बड़ा झटका लगा है। अब लोगों को एलपीजी सिलेंडर लेने के लिए 32 रुपये ज्यादा खर्च करने होंगे। दरअसल, ये दाम जीएसटी लागू होने और सब्सिडी में कटौती से बढ़ेंगे। नए दाम 1 जुलाई से लागू हो चुके हैं।

 दरअसल, वित्‍त मंत्री अरुण जेटली ने एक टीवी साक्षात्‍कार में कहा था कि कंज्‍यूमिंग स्‍टेट को जीएसटी का कहीं अधिक लाभ मिलने वाला है, तभी तो बिहार के मुख्‍यमंत्री नी‍तीश कुमार शुरू से जीएसटी का समर्थन कर रहे हैं, क्‍योंकि बिहार एक कंज्‍यूमिंग स्‍टेट है।

बता दें कि रविवार को चुनिंदा ब्रांड की कारों और दोपहिया वाहनों की कीमतें घटाने के ऐलान हुए जबकि कई कंपनियों ने आनेवाले दिनों में कुछ और कटौतियों का आश्वासन दिया। इनका कहना है कि 1 जुलाई को जीएसटी लागू होने के बाद बने प्रॉडक्ट्स सस्ते में मिलेंगे।

जापान की दिग्गज वाहन निर्माता कंपनी टोयोटा ने अपनी कारों के दाम में 13 प्रतिशत तक की कटौती की जबकि नई दिल्ली स्थित हीरो मोटोकॉर्प ने दोपहिया वाहनों के दाम 400 से 4,000 रुपये तक घटा दिए। उम्मीद की जा रही है कि ह्यूंदै मौटर्स, टाटा मोटर्स और फोर्ड इंडिया भी अगले कुछ हफ्ते में कीमतों में कटौती का ऐलान करेंगी।

इलेक्ट्रॉनिक आइटम

हालांकि, जीएसटी से ग्राहकों को हर जगह फायदा नहीं होने वाला। कुछ कन्ज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स के दाम थोड़ा बढ़ने की भी आशंका है। टेलिविजन, रेफ्रिजरेटर, एयर-कंडीशनर और वॉशिंग मशीनों के दाम 2.5 प्रतिशत तक बढ़ सकते हैं। अच्छी बात यह है कि यह पहले जताई जा रही आशंका से करीब-करीब आधा है।

40,000 रुपये का 42 इंच का एलआईडी टीवी अब 40,900 रुपये में मिलेगा जबकि 26,000 रुपये का 280 लीटर का फ्रॉस्ट-फ्री रेफ्रिजरेटर अब 500 रुपये महंगा हो जाएगा। इसी तरह, एसी और वॉशिंग मशीन के दाम भी 400 से 1,000 रुपये तक बढ़ेंगे। कुल मिलाकर, ज्यादातर प्रॉडक्ट्स के दाम में 1.5 से 2 प्रतिशत की मामूली वृद्धि होगी।

मक्खन, पनीर, घी

अमूल ने कॉटेज चीज, डेयरी वाइटरनर और बेबी फूड के दाम घटा दिए, तो घी का दाम बढ़ा दिया है जबकि चीज, बटर और आइसक्रीम के दाम ज्यों के त्यों रखे गए हैं। अचार, जैम, टमॉटो कैचअप बनानेवाली कंपनियों ने जीएसटी में टैक्स बढ़ाने की शिकायत की है। उनका कहना है कि 1 जुलाई से इनकी बिक्री घटी है।