ओपिनियन पोस्ट
सहारनपुर । सहारनपुर में ठाकुरों और दलितों के बीच हिंसा जारी है। बुधवार सुबह सहारनपुर के जनकपुरी में जनता रोड पर एक शख्स को गोली मार दी गई। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बड़गांव में भी दो लोगों को नकाबपोशों ने गोली मारी। दोनों सड़क पर पड़े मिले। बताया जा रहा है कि गोली लगने से घायल दोनों शख्स प्रजापति जाति से ताल्लुक रखते हैं। पुलिस का कहना है कि इस घटना को दलित समुदाय के लोगों ने अंजाम दिया। जबर्दस्त तनाव को देखते हुए पूरे इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। एसएसपी सुभाषचंद्र दुबे ने बताया कि सहारनपुर में हिंसा में अब तक 24 लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है।

बड़े अफसरों का डेरा
इस बीच राज्य सरकार ने हिंसा में मारे गए आशीष के परिजनों को 15 लाख और सभी घायलों को 50 हज़ार रुपये देने की घोषणा की है। एसएसपी सहारनपुर सुभाषचंद्र दुबे ने की इस बात की पुष्टि। मंगलवार को मायावती के कार्यक्रम से लौट रहे आशीष की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मुख्यमंत्री योगी ने जातीय हिंसा और तनाव के हालात पर कंट्रोल करने के लिए बड़े अफसरों की टीम सहारनपुर भेज दी है। सीएम के निर्देश के बाद गृह सचिव मणिप्रसाद मिश्रा, एडीजी (कानून-व्यवस्था) आदित्य मिश्रा, आईजी (एसटीएफ) अमिताभ यश, डीआईजी विजय भूषण सहित आलाधिकारी सहारनपुर में डेरा जमाए हुए हैं।
पिछले तीन हफ्तों में चौथी बार सहारनपुर में जातिगत हिंसा हुई है। मंगलवार को बीएसपी सुप्रीमो मायावती सहारनपुर दौरे पर गई थीं। उनके दौरे के बाद वहां फिर हिंसा भड़की और शब्बीरपुर से लौट रहे बीएसपी कार्यकर्ताओं की गाड़ी पर जाति विशेष के लोगों ने हमला कर दिया था। इस हमले में 6 लोग घायल हो गए थे। मंगलवार को चंदपुरा में रोक कर राजपूतों ने दलितों से मारपीट की थी और गोलियां चलाई थीं। कुछ लोगों को तलवार से घायल कर दिया गया था। इलाके में तनाव पसरा हुआ है, घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।

सहारनपुर में ताजा हिंसा के दौरान घायल नौजवान
सहारनपुर में ताजा हिंसा के दौरान घायल नौजवान

राजनीतिक बयानबाजी तेज
हिंसा के बाद लगातार राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो रही है। भारतीय जनता पार्टी ने जहां मायावती को सहारनपुर हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया, तो वहीं अब बहुजन समाज पार्टी ने भी बीजेपी पर पलटवार किया है। मायावती ने कहा कि सहारनपुर में हो रही हिंसा और जानमाल की हानि के लिए बीजेपी जिम्मेदार है। बीजेपी और आरएसएस के जातिवादी तत्व सामाजिक भाईचारे को बिगाड़ने में जुटे हुए हैं।
बसपा के चार पदाधिकारी सतीश मिश्र, राम अचल राजभर, लालजी वर्मा, पूर्व मंत्री इंदरजीत सरोज आज शाम को मुख्यमंत्री योगी से मिलकर बीजेपी – आरएसएस की भूमिका की शिकायत करेंगे । इधर सीपीआई (एम) ने भी बयान जारी कर सहारनपुर हिंसा की निंदा की है । सीपीआई (एम) ने कहा है कि मायावती की रैली के बाद हुई हिंसा के लिए हिंदू युवा वाहिनी जिम्मेदार है।