विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी के एक सरकारी स्कूल में मध्याह्न भोजन (मिड डे मील) खाने के बाद नौ छात्र बीमार पड़ गए। खाने में कथित तौर पर मरा हुआ चूहा पाया गया। खाना देवली इलाके में स्थित गवर्नमेंट बॉयज सीनियर सेकेंडरी स्कूल में परोसा गया, जिसे खाने के बाद छात्र बीमार पड़ गए। खाने के एक घंटे के बाद छात्रों को उल्टी होने लगी, जिसके बाद उन्हें मालवीय नगर स्थित पं. मदन मोहन मालवीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। बताया जा रहा है कि खाने में तीन चुहिया मरी हुई थी। खाने के सैंपल को जांच के लिए भेज दिया है। घटना के बाद विपक्षी पार्टी बीजेपी ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा है ।
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया छात्रों को देखने के लिए अस्पताल पहुंचे।
mid-day-mealसिसोदिया ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘सरकारी स्कूल में मध्याह्न भोजन में एक चूहा पाया गया। नौ छात्रों को अस्पताल ले जाया गया। मैंने चिकित्सकों से बातचीत की और बच्चे ठीक हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एक प्राथमिकी दर्ज की जा रही है और कल से हमारे अधिकारी रसोई में खाना पकाए जाने की निगरानी करेंगे।’’
संपर्क किए जाने पर पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी है, लेकिन उन्हें अब तक कोई औपचारिक शिकायत नहीं मिली है।
मामले पर राजनीति शुरू
दूसरी और इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है । इलाके के बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी और दिल्ली की पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और कांग्रेस नेता किरण वालिया भी बच्चों से मिलने पहुंचीं। इन दोनों ने एनजीओ पर ही सवाल उठा दिए। बिधूड़ी ने तो एनजीओ का रिश्ता आम आदमी पार्टी के एक विधायक से जोड़ दिया। बिधूड़ी ने आज दोपहर सीएम केजरीवाल के आवास के बाहर सेंकडो बीजेपी कार्यकर्ताओ के साथ प्रदर्शन किया ।
बड़ा सवाल: जिम्मेदार कौन ?
सवालों के घेरे में एनजीओ है और जवाब दिल्ली सरकार को देना है। अस्पताल के मुताबिक बच्चों की हालत अब खतरे से बाहर है. इस बीच बड़ा सवाल ये है कि बच्चों की सेहत से खिलवाड़ करने का जिम्मेदार कौन है?
बताते चलें कि इस घटना से सबक लेते हुए दिल्ली सरकार ने शुक्रवार से ही स्कूली बच्चों के लिए मिड डे मील तैयार करने वाली किचन में सरकारी अफसरों की देखरेख में खाना बनवाने की पहल की है। वहीं दूसरी ओर शिक्षकों ने इस घटना के लिए सरकार को जिम्मेदार बताया है। ऑल इंडिया गेस्ट टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण तोबड़िया ने घटना की निंदा की है और शिक्षा मंत्री के इस्तीफे की मांग की है।
सरकारी स्कूल शिक्षक संघ के सचिव अजयवीर सिंह यादव ने कहा कि यह घटना सरकारी तंत्र की नाकामी को दर्शाती है। उन्होंने कहा, दरअसल मौजूदा सरकार इवेंट मैनेजमेंट फार्मूले पर काम करने में यकीन करती है। इसी वजह से जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं हो रहा है। जहां काम नहीं होना चाहिए वहां काम किया जा रहा है।