वीरेंद्र नाथ भट्ट।

आजमगढ़ में अपना गढ़ बचाने की चुनौती के चलते समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मंगलवार को अपने  पिता मुलायम सिंह यादव के संसदीय क्षेत्र में सात चुनावी जन सभाओं को संबोधित करेंगे। यह पहला मौका है जब अखिलेश एक जिले में एक दिन में सात चुनावी सभाएं करेंगे।

2012 के  विधान सभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को आजमगढ़ जिले की 10 विधान सभा सीटों में 9 पर विजय हासिल हुई थी, लेकिन इस चुनाव में मतदाता विशेषकर मुसलमानों का मिज़ाज बदला हुआ है और बहुजन समाज पार्टी की ओर उनका झुकाव स्पष्ट दिख रहा है।

पांच चरणों का चुनाव पूरा होने के बाद तनाव अब अखिलेश यादव के चेहरे पर साफ देखा जा सकता है। रविवार को  पूर्वांचल में सात जन सभा करने के बाद अखिलेश यादव एक सवाल पर तमतमा गए जब उनसे सवाल किया गया कि मुलायम सिंह यादव के चुनाव प्रचार से बाहर रहने से क्या पार्टी को नुक्सान हो रहा है। आवेश पर काबू करके अखिलेश ने कहा कि इस प्रश्न का उत्तर मैं 11 मार्च को चुनाव परिणाम आने के बाद दूंगा।

 इस  बार के विधान सभा चुनाव में आजमगढ़ के मतदाता का विशेषकर मुसलमानों का मिज़ाज बदला हुआ है और बहुजन समाज पार्टी की ओर उनका झुकाव स्पष्ट दिख रहा है। 2012 के विधान सभा और 2014 के लोक सभा चुनाव के घोषणा पत्र में आतंक के आरोप में जेल में बंद मुस्लिम युवकों को रिहा करने का वादा पूरा न कर सकने के कारण मुसलमान समाजवादी पार्टी से नाराज चल रहे हैं।

2008 में दिल्ली के बटाला हाउस में पुलिस मुठभेड़ में आजमगढ़ के संजरपुर गांव के दो युवक मारे गए थे और जो आतंक के आरोप में गिरफ्तार भी किए गए थे, वे सब जेल में आज भी बंद हैं। मुसलमान युवकों को इंसाफ दिलाने की मुहिम चलाने को लेकर वजूद में आए राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल के बहुजन समाज पार्टी का साथ देने के निर्णय से समाजवादी पार्टी की मुश्किलों में इजाफा हुआ है।

चुनाव प्रचार से मुलायम सिंह यादव के दूर रहने से समाजवादी पार्टी की मुश्किल और बढ़ गई है। पार्टी के नेता स्थानीय लोगों को यह बता पाने में नाकाम साबित हो रहे हैं कि आखिर क्यों मुलायम सिंह यादव अपने संसदीय क्षेत्र में प्रचार से दूर हैं।

विधान सभा चुनाव के पांचवें चरण का मतदान 27 फरवरी को पूरा होने के साथ कुल 403 विधान सभा सीटों में 314 का मतदान पूरा हो चुका है, लेकिन मुलायम सिंह ने अब तक केवल तीन चुनाव सभाएं की हैं। दो अपने छोटे भाई शिवपाल यादव के समर्थन में इटावा के जसवंत नगर में और एक लखनऊ में अपनी छोटी बहू अपर्णा यादव के पक्ष में जो लखनऊ छावनी विधान सभा सीट से उमीदवार हैं।

आजमगढ़ में छठे चरण में 4 मार्च को मतदान होना है। 2014 में 63 हजार से अधिक मतों से मुलायम सिंह आजमगढ़ से सांसद निर्वाचित हुए थे और सांसद बनने के बाद मुलायम सिंह  ने अपने संसदीय क्षेत्र का केवल एक बार दौरा किया है। पिछले वर्ष 6 अक्टूबर को आजमगढ़ से मुलायम ने पार्टी के चुनाव प्रचार का श्री गणेश करने की घोषणा की थी लेकिन पार्टी और परिवार में विवाद के चलते रैली अंतिम क्षणों में रद्द कर दी गई।