पोखरन। सेना ने आज करीब 300 किमी रेंज वाली ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल का यहां सफल प्रायोगिक परीक्षण किया। रक्षा अधिकारियों ने बताया ‘‘आज दस बजे भारतीय सेना ने भूमि पर 300किमी की दूरी तक हमला करने में सक्षम ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल की उच्च परिचालन क्षमता का परीक्षण करते हुए उसे राजस्थान में पोखरन परीक्षण रेंज में एक विशेष लक्ष्य पर सफलतापूर्वक दागा।’’ यह प्रायोगिक परीक्षण था जो एक मोबाइल ऑटोनॉमस लॉन्चर (एमएएल) से किया गया।
अधिकारियों ने बताया कि सेना के प्रशिक्षित अधिकारियों द्वारा किये गए इस परीक्षण ने मिशन के सभी उद्देश्यों को पूरा किया।
ब्रह्मोस एयरोस्पेस के प्रमुख सुधीर मिहरा ने बताया ‘‘भारतीय सेना के पास सुस्पष्ट हमले के लिए ब्रह्मोस मिसाइल सर्वाधिक खतरनाक एवं प्रभावी शस्त्र प्रणाली है और इसने आज के सफल प्रक्षेपण में एक बार फिर अपनी कारगरता साबित की।’’ सेना ने अपने शस्त्रों के बेड़े में ब्रह्मोस की तीन रेजीमेंटों को पहले ही शामिल कर रखा है। ये सभी मिसाइल ब्लॉक-3 संस्करण से सुसज्जित हैं जिनका इस साल आठ और नौ मई को परीक्षण किया गया था। सेना में ब्रह्मोस के भूमि हमला संस्करण का परिचालन 2007 से हो रहा है।

क्या हैं ब्रह्मोस मिसाइल की खासियतें?

> ब्रह्मोस मिसाइल की स्पीड 2.8 मैक है, जो कि इसे दुनिया की तेज स्पीड वाली मिसाइल बनाती है।
> ब्रह्मोस ताकतवर सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है, जो एटम बमों को भी अपने साथ ले जा सकती है।
> ब्रह्मोस मिसाइल 290 किलोमीटर तक दुश्मन के ठिकानों पर अटैक कर सकती है।
> ब्रह्मोस मिसाइल जमीन और समुद्र से आसमान में दुश्मन पर अटैक कर सकती है।
> 2007 में ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम को इंडियन आर्मी के सैन्य बेड़े में शामिल किया गया था।
> इंडियन आर्मी के पास मौजूदा समय में ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम के तीन रेजिमेंट हैं।
> ब्रह्मोस मिसाइल अपने साथ 300 किलोग्राम तक विस्फोटक ले जा सकती है।
> यह DRDO और रशियन टेक्नोलॉजी के सहयोग से बनाई गई है।