पटना।
बिहार में मंगलवार सुबह आंधी और बारिश से 9 लोगों की मौत हो गई। पूर्णिया, मधेपुरा खगड़िया, मधुबनी सुपौल लखीसराय, कैमूर और औरंगाबाद में तेज हवाएं चलीं और कुछ जगहों पर जोरदार बारिश के साथ ओले भी पड़े। उससे मक्के की खेती को नुकसान पहुंचा है। एक अन्य स्रोत से पता चला है कि बिहार के कई जिलों में आंधी, बारिश से 14 लोगों की मौत हुई है।
मौसम विभाग ने पटना सहित कई जिलों में आंधी और बारिश के लिए अलर्ट जारी किया था। विभाग के मुताबिक 10 मई को फिर आंधी आ सकती है और बारिश हो सकती है। बिहार के एक दर्जन से ज्यादा जिलों में 6 बजे से 9 बजे तक के लिए अलर्ट जारी किया गया है।
मधुबनी में एक मंदिर का गुंबज गिर गया। कई जगहों पर पेड़ गिरे तो पटना से दानापुर को जोड़ने वाला पीपा पुल और गायघाट का पीपा पुल भी टूट गया। जमनिया के धीना में तार टूटने से पटना-मुगलसराय रेलखंड की अप लाइन में ट्रेन सेवा भी प्रभावित है।
बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत के मुताबिक बिहार में 6 लोगों की मौत ठनका गिरने से और 2 लोगों की मौत पेड़ के गिरने से हुई है। बिजली गिरने से सुपौल पूर्णिया मधेपुरा मधुबनी और कैमूर में दो लोगों की मौत हुई है।
औरंगाबाद में दो लोगों की मौत की सूचना मिली है। वहीं, पेड़ के नीचे आसरा लेने वाले दो लोगों की मौत हुई, जिसमें से एक पटना जिले के मनेर और दूसरी घटना लखीसराय के सूर्यगढ़ा में हुई। आंधी और बारिश से जहां भीषण गर्मी से लोगों को राहत मिली है वहीं जनजीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है। औरंगाबाद में वज्रपात से एक शख्स की जान चली गई। लखीसराय में आंधी-पानी ने दो लोगों की जान ले ली। पेड़ की टहनी टूटने से दो लोग इसके नीचे आ दबे जिससे उनकी मौत हो गई।
समस्तीपुर में स्कूल की गाड़ी पर दीवार आ गिरी जिससे उसके ड्राइवर की मौत हो गई। दूसरी ओर मुंगेर में भी आंधी से ताड़ का पेड़ गिरने से उसके नीचे दब कर एक महिला की मौत हो गई।
वहीं इतनी ही बारिश ने राजधानी के नगर-निगम की भी पोल खोल दी है। जगह-जगह जल-जमाव की वजह से भी लोगों को परेशानी हो रही है। बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व्यास जी ने कहा कि राज्य के विभिन्न जगहों पर हुई क्षति का आकलन किया जाएगा और इसके लिए बैठक बुलाई गई है, जिसमें सीएम नीतीश के भी शामिल होने की सूचना है।