नई दिल्ली। उड़ी हमले के बाद की गई भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों का सिलसिला थम नहीं रहा है। सेना के शिविरों पर पाकिस्‍तानी आतंकी हमले करने से बाज नहीं आ रहे हैं, भले ही उन्‍हें बार-बार मुंह की खानी पड़ रही है। तीन दिन पहले बारामूला के राष्ट्रीय राइफल्स के कैंप पर आतंकवादी हमले के बाद बृहस्‍पतिवार को सुबह 6 बजे हंदवाड़ा के लंगेट में राष्ट्रीय राइफल्स के कैंप पर आतंकी हमला हुआ,  जिसे सुरक्षाबलों ने नाकाम कर दिया। आतंकियों को मुंह की खानी पड़ी और दो आतंकियों को ढेर कर दिया गया।

एक बार फिर आतंकियों ने राष्ट्रीय राइफल्स को निशाने पर लिया है। 30 राइफल्स के सेना कैंप पर सुबह 6 बजे फायरिंग की गई, जिसका जवाब सेना के जवानों ने दिया। गोलीबारी के बाद आतंकी फरार हो गए। पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली गई है और सेना ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। पहली बार में तकरीबन 20 मिनट तक सेना और आतंकियों के बीच गोलीबारी होती रही।

हंदवाड़ा का ये 30 राष्ट्रीय राइफल कैंप बारामूला के राष्ट्रीय राइफल्स के कैंप के पास ही है। तीन दिन पहले आतंकियों ने बारामूला के 46 राष्ट्रीय राइफल कैंप पर हमला किया था। इस हमले के बाद आतंकी फरार हो गए थे। आतंकी सेना की वर्दी में थे। सेना के एक अधिकारी ने बताया, “सुबह करीब 5 बजे आतंकियों ने कुपवाड़ा जिले के लंगेट स्थित आर्मी कैम्प पर फायरिंग शुरू कर दी,  जिसका भारतीय जवानों ने जवाब दिया।” सैन्य अधिकारी के अनुसार, “जवान मुस्तैद थे और आतंकियों के मंसूबों को नाकाम कर दिया गया।”

भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान नियंत्रण रेखा पर कई बार सीज़फ़ायर का उल्लंघन कर चुका है। बुधवार रात को भी पाकिस्तान ने गोलाबारी की, जिसका भारतीय सैनिकों ने जवाब दिया। इससे पहले आतंकियों ने बीएसएफ के कैम्प पर हमला किया था जिसमें एक भारतीय जवान शहीद हो गया और जवाबी कार्रवाई में दो आतंकी मारे गए।