सोल।
दक्षिण कोरिया और जापान के साथ मिलकर अमेरिका ने कोरियाई प्रायद्वीप के पास दो सुपरसोनिक बमवर्षक विमान उड़ा कर अभ्यास किया तो उत्तर कोरिया भड़क गया और अमेरिका के इस कदम को किसी गैंगेस्टर की करतूत करार दिया है। इसे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की एशिया की पहली आधिकारिक यात्रा से पहले उत्तर कोरिया के खिलाफ शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है।
बता दें कि प्योंग यांग के नेता किम जोंग उन ने गुआम प्रायद्वीप को उड़ाने की धमकी दी है, जो अमेरिका का क्षेत्र है। इस पर अमेरिका के कई सैन्य बेस और 10 हजार से अधिक सैनिक तैनात हैं। यहां लाखों अमेरिकी नागरिक भी रहते हैं। गुआम उत्तर कोरिया के सीधे संपर्क में होने के कारण अमेरिका आक्रामक मोड में आ गया था।
यही वजह है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने संयुक्तराष्ट्र महासभा सम्मेलन के दौरान उत्तर कोरिया पर बमबारी की चेतावनी दी थी। इस प्रकार दोनों देशों के बीच युद्ध की आशंका प्रबल हो गई थी।
दक्षिण कोरिया के एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि दक्षिण कोरिया के पूर्वी तट के निकट एक क्षेत्र में बृहस्पतिवार को हुए अभ्यास के दौरान गुआम में एंडरसन वायुसेना अड्डे से बी-1बी बमवर्षकों को दक्षिण कोरियाई एफ-16 लड़ाकू जेट विमानों के साथ भेजा गया।
अधिकारी ने बताया कि अभ्यास में जमीनी लक्ष्यों को निशाना बनाया गया। उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने इस अभ्यास की निंदा की और इसे ‘‘आकस्मिक परमाणु हमला अभ्यास’’ बताया और कहा कि अमेरिकी साम्राज्यवाद जैसे गैंगस्टर परमाणु युद्ध भड़काना चाहते हैं।
हाल के महीनों में उत्तर कोरिया ने अपना सबसे शक्तिशाली परमाणु परीक्षण करते हुए अमेरिकी भूभाग तक पहुंचने में सक्षम अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया है। इसने शक्तिशाली मध्यम रेंज की नई मिसाइलों को जापान के ऊपर से उड़ाया और गुआम, अमेरिकी प्रशांत क्षेत्र एवं सैन्य प्रतिष्ठान को उड़ाने की धमकी भी दी।
अमेरिका इसके जवाब में लगातार गश्त या अभ्यासों के लिए क्षेत्र तक अपने सामरिक संसाधनों को भेजता रहता है। उत्तर कोरिया की आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने कहा था कि युद्ध भड़का रहे अमेरिकी साम्राज्य को इतना उतावलापन नहीं दिखाना चाहिए।