अमेरिका से क्‍यों नहीं खरीदे जाएंगे हेलीकॉप्‍टर

नई दिल्ली।

नौसेना के लिए अमेरिका से खरीदे जाने वाले 16 हेलीकॉप्टर का सौदा रद्द कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि सैन्य क्षेत्र में मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के लिए भारत ने इस सौदे को रद्द किया है। यह सौदा 6,500 करोड़ रुपये का था। इस फैसले को अमेरिका के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। दरअसल, हेलीकॉप्टर की कीमत पर बात न बनने पर रक्षा मंत्रालय ने सौदा ही रद्द कर दिया।

अब रक्षा मंत्रालय ने सैन्य क्षेत्र में ‘मेक इन इंडिया’ को प्रोत्‍साहित करने का फैसला किया है,  ताकि रक्षा क्षेत्र में आयात को कम किया जा सके। पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा से महज दो सप्ताह पहले रक्षा मंत्रालय का यह फैसला अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के लिए भी किसी झटके से कम नहीं है।

पीएम मोदी डोनाल्ड ट्रंप के निमंत्रण पर 25 जून से अमेरिका की यात्रा पर रहेंगे। ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद पीएम मोदी पहली बार अमेरिका यात्रा पर जा रहे हैं। विदेश मंत्रालय के अनुसार,  मोदी और ट्रंप की वाशिंगटन में 26 जून को मुलाकात होनी है।

दरअसल, सेना के आधुनिकीकरण के लिए बजट न बढ़ाए जाने से रक्षा मंत्रालय को सैन्य साजो सामान खरीदने के लिए काफी मोल भाव करना पड़ रहा है। इसी के मद्देनजर मंत्रालय ने सैन्य क्षेत्र में ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा देने का निर्णय किया है। हेलीकॉप्टर की कीमत को लेकर यह सौदा पिछले दो सालों से लटका था।

भारत दुनिया में हथियारों के खरीदारों में सबसे बड़ा देश है। भारतीय नौसेना के लिए हेलीकॉप्टर खरीदने के लिए अमेरिकी कंपनी सिकोरस्की एयरक्राफ्ट से करार हुआ था। उसकी ओर से इस सौदे की अवधि बढ़ाने से इनकार करने के बाद भारत को यह फैसला करना पड़ा है।

गौरतलब है कि नौसेना के लिए 16  हेलीकॉप्टर के लिए यूपीए सरकार ने 2009 में अमेरिकी कंपनी के साथ यह सौदा किया था,  लेकिन पिछले दो साल से एनडीए इस कंपनी से मोलभाव करने में लगी रही, लेकिन दाम कम न किए जाने की स्थिति में भारत को यह सौदा निरस्‍त करना पड़ा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *