लखनऊ।

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के 15 जून तक प्रदेश की सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के वादे की डेडलाइन बृहस्‍पतिवार को खत्म हो गई है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का दावा है कि प्रदेश में 63 प्रतिशत सड़कें गड्ढा मुक्त हो गई हैं। लोक निर्माण विभाग के मंत्री मौर्य को भरोसा है कि बरसात के बाद यह आंकड़ा सौ प्रतिशत हो जाएगा। इसमें कोई दो राय नहीं कि वादे के साथ कोशिशें भी हुई हैं पर मीडिया सवाल कर रहा है-क्‍या हुआ तेरा वादा…

हकीकत यह है कि जितनी सड़कें गड्ढामुक्त होनी हैं उसका आधा तो पीडब्‍ल्‍यूडी यानी लोक निर्माण विभाग के पास है। उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य के पास ये विभाग तो है लेकिन गड्ढा भरने के लिए बजट नहीं है। जरूरत साढ़े चार हज़ार करोड़ की है और पीडब्‍ल्‍यूडी के पास सिर्फ बारह सौ पचास करोड़ रुपये हैं। हालांकि मौर्य खुद दूसरे विभागों के पैसों की कमी की बात कह चुके हैं।

मौर्य ने पत्रकार वार्ता में दावा किया कि बरसात के बाद प्रदेश की बाकी सड़कें जल्द गड्ढा मुक्त होंगी। हमने अब तक 76,456 किलोमीटर सड़कों को गड्ढ़ा मुक्त कर दिया है। जब हमारी सरकार बनी थी,  तब हमको सड़कें नहीं गड्ढे मिले थे। इनको हमने पहले दिन से ही भरना शुरू कर दिया था।

केशव प्रसाद मौर्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि यूपी में पीडब्ल्यू की 2,25,825 किलोमीटर सड़कें हैं। इनमें से 85 हजार किलोमीटर सड़कें गढ्ढों वाली थीं, जिनमें से करीब 75 हजार किलोमीटर सड़कों को गढ्ढा मुक्त कर दिया गया है।

लेकिन पीडब्‍ल्‍यूडी की 82 फीसदी सड़कें भले ही गड्ढा मुक्त कर दी गई हों,  लेकिन बाकी कई विभाग ऐसे भी हैं, जिनमें बिल्कुल भी काम नहीं हुआ। कई ऐसे विभाग हैं जिनमें गड्ढा मुक्त सड़कों का आंकड़ा बीस फीसदी तक भी नहीं पहुंच पाया हैं।

गड्ढामुक्त सड़कों के आंकड़े

लोक निर्माण विभाग : गड्ढायुक्त सड़कें – 85,160 किलोमीटर। गड्ढामुक्त सड़कें- 70,030 किलोमीटर। प्रगति- 82%। सिंचाई विभाग : गड्ढायुक्त सड़कें – 9668 किलोमीटर। गड्ढामुक्त सड़कें- 0 किलोमीटर। प्रगति- 0%। पंचायती राज विभाग : गड्ढायुक्त सड़कें – 3890 किलोमीटर। गड्ढामुक्त सड़कें- 333 किलोमीटर। प्रगति- 9%। मण्डी परिषद : गड्ढायुक्त सड़कें – 10,193 किलोमीटर। गड्ढामुक्त सड़कें- 2457 किलोमीटर। प्रगति- 24%। गन्ना विभाग : गड्ढायुक्त सड़कें – 3716 किलोमीटर। गड्ढामुक्त सड़कें- 489  किलोमीटर। प्रगति- 13%।

नगर निकाय एवं निगर निगम : गड्ढायुक्त सड़कें – 6455 किलोमीटर। गड्ढामुक्त सड़कें- 1222 किलोमीटर। प्रगति- 19%। राष्ट्रीय राजमार्ग : गड्ढायुक्त सड़कें – 189 किलोमीटर। गड्ढामुक्त सड़कें- 139 किलोमीटर। प्रगति- 74%। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण : गड्ढायुक्त सड़कें – 60 किलोमीटर। गड्ढामुक्त सड़कें- 49 किलोमीटर। प्रगति- 81%।

गरम मुद्दे पर ठंडी प्रक्रिया

नमी या आर्द्रता में भी सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जा सकेगा। इसके लिए नोएडा प्राधिकरण अब हॉट मिक्सिंग प्लांट की बजाय कोल्ड मिक्सिंग प्लांट का प्रयोग कर रहा है। आकार में छोटा होने के कारण इसकी क्षमता काफी ज्यादा है। पर्यावरण हितैषी होने के साथ यह एनजीटी के नियमों पर भी खरा है। इसके प्रयोग से पर्यावरण को किसी भी तरह का नुकसान नहीं है।