मुंबई।

प्लेन हाईजैक और ब्लास्ट की धमकी मिलने के बाद मुंबई, चेन्नई और हैदराबाद एयरपोर्ट हाई अलर्ट पर हैं। दरअसल, आतंकी देश की सुरक्षा में बड़ी सेंध लगाने की चेष्‍टा में लगे हैं। इस बार निशाने पर बड़े एयरपोर्ट हैं। तीनों ही एयरपोर्ट पर विमान का अपहरण किए जाने की आशंका है। सुरक्षा तंत्र सक्रिय हो गया है। यात्रियों की सुरक्षा के लिए सारे कदम उठाए जा रहे हैं। दूसरी ओर, देहरादून के जॉली ग्रांट एयरपोर्ट पर एक संदिग्ध विदेशी शख्स को हिरासत में लिया गया। उसके पास सैटेलाइट फोन मिला है।

एक महिला ने पुलिस को ई-मेल कर जानकारी दी है कि उसने एक रेस्टोरेंट में 6 लोगों को तीनों एयरपोर्ट पर विमान हाईजैक की योजना बनाते सुना है। बातचीत में महिला ने सुना कि पहले मुंबई फिर चेन्नई और बाद में मुंबई एयरपोर्ट पर हाईजैक को अंजाम दिया जाएगा। संदिग्धों की चर्चा में इस घटना को अंजाम देने के लिए आज रविवार का दिन तय हुआ था। महिला के अनुसार कुल 23 लोगों की टीम तीनों एयरपोर्ट पर विमान हाईजैक करने की फिराक में है।

सीआईएसएफ के महानिदेशक ओपी सिंह ने पुष्टि की है कि इन तीन एयरपोर्ट पर सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है। कई सुरक्षा उपायों को लागू भी किया जा चुका है। गश्त बढ़ाने और यात्रियों में भगदड़ न हो इसके लिए नियंत्रण व्यवस्था मजबूत कर दी गई है। सुरक्षा कर्मियों की संख्या भी बढ़ा दी गई है। एयरपोर्ट की सुरक्षा एजेंसियों ने भी पुलिस और अन्य बलों के साथ मिलकर यात्रियों के लिए सुरक्षा चक्र को बढ़ा दिया है।

पुलिस को इंटेलिजेंस एजेंसियों ने भी आतंकी संगठनों के द्वारा प्लेन हाईजैक की आशंका जताई है। चेन्नई के अरिगनर अन्ना एयरपोर्ट की सुरक्षा कड़ी कर दी गई। सीआईएसएफ ने स्निफर डॉग और क्विक रिएक्शन टीमों के साथ एंटी हाईजैक ड्रिल भी की। 7 लेयर में जवानों को तैनात किया है।

एयरपोर्ट विजिटर्स और एयरलाइन्स में पैसेंजर्स के लगेज बारीकी से चेक करने के आदेश दिए गए हैं। एयरलाइन्स ने पैसेंजर्स के लिए लास्ट मिनट में चेकइन न करने और सिक्युरिटी चेक में सहयोग करने की एडवाइजरी जारी की।

उधर, एयरलाइन्स ने भी यात्रियों को आखिरी मिनट चेक-इन से बचने के लिए कहा है। यात्रियों से कहा गया है कि वे एयरपोर्ट पर सुरक्षाकर्मियों के साथ सहयोग करें। जनवरी 2015 में भी ऐसी ही एक हाईजैक की धमकी मिली थी जिसके बाद सीआईएसएफ  ने अपनी प्रक्रिया की समीक्षा की थी। एंटी हाईजैक ड्रिल्स की जाने लगी और पुलिस तथा सुरक्षा एजेंसियों के साथ संपर्क व्यवस्था को भी दोबारा चेक किया गया। उस वक्त गुप्तचर एजेंसियों ने काबुल जाने वाली एयर इंडिया फ्लाइट के अपहरण की कोशिश की जानकारी दी थी।