ओपिनियन पोस्‍ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने खास दोस्त इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को साथ लेकर गृह राज्य गुजरात पहुंचे। पीएम मोदी ने अहमदाबाद एयरपोर्ट से आठ किलोमीटर लंबे रोड शो के जरिए इजरायली प्रधानमंत्री को गुजरात के विकास और संस्कृति से रू-ब-रू कराया। दोनों नेता साबरमती आश्रम पहुंचे और वहां राष्ट्रपति महात्मा गांधी की मूर्ति पर इजरायली पीएम नेतन्याहू ने फूल चढ़ाए। मकर संक्रांति के ठीक बाद गुजरात पहुंचे दोनों नेताओं ने पतंगबाजी का भी आनंद लिया। आठ किलोमीटर लंबे इस रास्ते में हजारों लोगों ने पीएम मोदी और नेतन्याहू का स्वागत किया। आश्रम पहुंचने के बाद इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू को सूत का माला पहना कर स्वागत किया गया। साबरमती आश्रम में प्रधानमंत्री मोदी और नेतन्याहू ने एक साथ पतंग उड़ाई। बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी पत्नी सारा ने साबरमती आश्रम में चरखा भी चलाया।


इससे पहले पीएम मोदी ने अहमदाबाद एयरपोर्ट पर नेतन्याहू की अगवानी की। इसके बाद दोनों नेता अहमदाबाद एयरपोर्ट से साबरमती आश्रम तक आठ किलोमीटर लंबे रोड शो पर निकले। रास्ते भर पीएम मोदी ने उन्हें अहमदाबाद और गुजरात के बारे में बताया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने सड़क के दोनों तरफ खड़े होकर उनका स्वागत किया। उनके हाथों में दोनों देशों के झंडे थे।


रास्ते भर में गुजराती अंदाज में दोनों नेताओं स्वागत होता रहा। साबरमती आश्रम में नेतन्याहू को सूत की माला भेंट की गई। नेतन्याहू ने बाद में बापू की मूर्ति पर फूल चढ़ाए। आश्रम में पीएम मोदी ने उन्हें महात्मा गांधी से जुड़ी बातें बताईं। साबरमती आश्रम में इजरायली पीएम नेतन्याहू ने चरखा चलाया। इस दौरान उनके साथ पत्नी सारा भी मौजूद थीं।

इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने इजरायली पीएम के साथ पतंग उड़ाया। पंतगबाजी के दौरान पीएम मोदी ने हाथ में चरखी ले रखी थी और इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के हाथ में पतंग थी। बता दें कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बाद नेतन्याहू को लेकर पीएम मोदी अहमदाबाद पहुंचे थे। दोनों के स्वागत के लिए सड़क किनारे तकरीबन 50 मंच तैयार किए थे।
इस मौके पर इजरायली प्रधानमंत्री ने मोदी को एक विशेष तोहफा भी दिया। यह है गल-मोबाइल पानी अलवणीकरण एवं शुद्धीकरण जीप जिस पर पिछले साल इजरायल के ओल्गा तट पर दोनों नेताओं ने सवारी की थी। इससे बनासकाठा में पानी को साफ करने में मदद मिलेगी। दोनों नेता दो सेंटर ऑफ ऐक्सिलेंस भी गए और इस तरह के एक अन्य केंद्र का उद्घाटन किया।