केरल में बाढ़ और लैंड स्लाइड से अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है। सेना और एनडीआरएफ के बचावकर्मियों को बाढ़ प्रभावित इलाकों में तैनात किया गया है। भारी बारिश ने प्रशासन को एशिया के सबसे बड़े अर्धवृताकार डैम इडुकी जलाशय समेत 22 डैम के शटर खोलने को मजबूर कर दिया।

सीएम पी विजयन ने कहा है कि भारी बारिश की वजह से बाढ़ की स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। भारी बारिश की वजह से 22 डैम के शटर खोलने को हमें मजबूर होना पड़ा है। इस तरह की स्थिति हाल के सालों में कभी नहीं आई थी। सरकार ने सेना आर्मी, नेवी और एयरफोर्स की मदद मांगी है। इमजेंसी बैठक में राज्य में बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित छह जिलों में कंट्रोल रूम खोलने का फैसला किया गया है।

सीएम पी विजयन ने कहा कि राज्य अभूतपूर्व विनाशकारी बाढ़ से जूझ रहा है। ऐसे में इस स्थिति से निपटने के लिए हर किसी की मदद की जरूरत है।

गृह मंत्रालय के प्रवक्ता के मुताबिक तक 11 लोगों की इडुकी में मौत हो गई है। मल्लपुरम जिले में पांच लोगों की मौत हुई है। तीन लोगों की मौत वयानाड में हुई। कन्नुर में दो और एक मौत कोझिकोड में हुई है। आठ लोग लापता हैं। कम से कम 3000 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 130 टेंपररी शेल्टर बनाए गए हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर रहा है उन्होंने सीएम पी विजयन से बात कर राज्य को इस स्थित में हर मदद का भरोसा दिया है।